राजीव रंजन भारती : नारायणपुर : नारायणपुर प्रखंड स्थित भ्रमरपुर दुर्गा मंदिर उत्तरी बिहार में प्रसिद्ध है.यहां लगभग 250 सौ बर्षो से प्रतिमा स्थापित कर माता रानी की पुजा अर्चना की जाती है. यहां बीरबन्ना स्टेट के पुर्वज चंदेल वंश डयोढ़ी भ्रतखंड के राजा बैरम सिंह के द्वारा पुजा शुरू करवाई गई थी. मंदिर के पुजारी छोटु गोस्वामी कहते हैं कि यहां जो भी भक्त सच्चे मन से माँ की अराधना करते हैं. उनकी मनोकामना जरूर पुरी होती है.

यहां की मैया शक्ति स्वरूपा है.पहली पुजा से ही ग्रामीण यहां बली चढाते हैं. और विभिन्न गांवों से एकत्रित होकर लगभग एक हजार भक्त मंदिर परिसर में दुर्गा पाठ करते हैं.सीमावर्ती जिला खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा,बेगूसराय, पुर्णिया,कटिहार, बांका सहित अन्य जगहों से भी माता के दरबार में बड़ी संख्या में श्रद्धालू पुजा करने पहुंचते हैं. संध्या आरती में लगभग दो हजार भक्त मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से भरा होता है जो आर्कषक होता है.

नवविवाहिता व कुँआरी कन्याओं का भी तांता लगा रहता है. मंदिर की साफ सफाई का काम रंजीता गौस्वामी की देखरेख में किया जाता है. मंदिर के पंडित शशिकांत झा व धन्नंजय झा व आचार्य अभिमन्यु गोस्वामी हैं. निशा बली के दिन परंपरा के अनुसार पहली बली डयोढ़ी बीरबन्ना स्टेट द्वारा दी जाती है. निशाबली से दशमी तक लगभग दस हजार बलि दी जाती है. पुजा समिति के साथ साथ भ्रमरपुर नवयुवक संघ शांति व्यवस्था में अहम योगदान देते हैं. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बिहपुर पुलिस भी सक्रिय रहती है.

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