एक हीं पत्थर से बने हैं तिरुपति बालाजी

नगरह स्थित ठाकुर लक्ष्मीवेंकटेश बालाजी

नवगछिया : भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल के अंतर्गत नगरह पंचायत स्थित श्री ठाकुर लक्ष्मीवेंकटेश मंदिर (वेद मंदिरम् नगरह ) तिरुपति बालाजी के तर्ज पर हीं बनाई गई है ,अर्थात तिरुपति बालाजी और ठाकुरलक्ष्मीवेंकटेश जी की आदमकद प्रतिमा (जो कि संपूर्ण भारत हीं नहीं विश्वभर में चतुर्थ प्रसिद्ध श्रीपतिवेंकटेश्वरधाम में हीं स्थित है) , मूसा पत्थर(ब्लैक मार्बल) से बनी हुई है । फर्क सिर्फ इतना है कि तिरुपति बालाजी पर्वत की चोटी पर विराजमान हैं और नगरह स्थित ठाकुर लक्ष्मीवेंकटेश बालाजी दो पावन नदियों गंगा और कोसी नदी के मध्य स्थित क्षेत्र (नगरह का प्राचीन नाम-शुचिक्षेत्र) में हैं। परमहंस स्वामी श्री आगमानंद जी महाराज के कथानुसार, जो दर्शन पुण्यलाभ तिरुपति बालाजी के दर्शन से होता है, श्रद्धालु भक्तजन यहाँ पर भी वही दर्शन लाभ ले सकते हैं।

श्री वेंकटेश्वर मंदिर कहाँ कहाँ हैं

श्री वेंकटेश्वर मंदिर भारत मे कई स्थानो पर पाए जाते हैं। उत्तर भारत मे यह मंदिर बहुत कम जगह पर है, परंतु दक्षिण भारत में यह कई स्थानो पर पाए जाते हैं। इनमे अधिकांश जगह पर लघुकाय मुर्तियाँ ही मिलती है । संपूर्ण भारत व विश्व में आदमकद की कुल चार हीं मुर्तियाँ हैं। इनमे प्रथम हैं आन्ध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी , दुसरा मूर्ति उत्तर प्रदेश के वृंदावन के रंग मंदिर में, तीसरा है बिहार के भागलपुर जिले के नगरह गांव के वेद मंदिरम् में(इस लिए इस मंदिर को विश्व का तीसरा श्रीपतिवेंकटेश्वर धाम भी कहा जाता है ।, और चौथा उत्तर प्रदेश में हीं फैजाबाद जिले के अयोध्या धाम में स्थित हैं।

बिहार के धरोहर को पहचान की जरूरत

विश्व के तीसरे श्रीपतिवेंकटेश्वरदेवस्थानम् को व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार की जरूरत है, साथ ही धार्मिक पर्यटन स्थल सूची में शामिल करने की भी अत्यंत आवश्यकता है , जिससे कि इस बिहार के इस धार्मिक ऐतिहासिक पवित्र धरोहर को दुनिया जान सके, साथ ही अपने गाँव , जिले आदि को नए सम्मान के साथ सर्वत्र ख्याति प्राप्त हो।

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