नवगछिया : ‘एडमिशन चालू है’ बयां की स्कूलों द्वारा अभिभावकों की शोषण करने की दास्तां

साहब शनिवार से ‘एडमिशन चालू है’ स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर किए जा रहे शोषण की दस्तां बयां करने जा रहा हू कि किस तरह लोगो का मानशिक शोषण हो रहे है ।

बच्चों के नामाकन के समय प्राइवेट स्कूल निरंकुश होकर किस प्रकार अभिभावकों का शोषण करते हैं। हर वर्ष बेहताशा बढ़ती फीस, स्कूल से ही किताब, कॉपी, बैग, ड्रेस, बेल्ट, जूता-मोजा आदि साम्रगी खरीदने का दबाव डालते हैं। स्कूल बस का बढ़ा हुआ किराया, कानूनन हक होने के बावजूद गरीब बच्चों का प्रवेश नहीं लेना, तरह-तरह के नियम छात्रों और अभिभावकों पर थोपना आदि हो रहा है । साथ ही प्राइवेट स्कूल बेलगाम मनमानी कर बच्चों और अभिभावकों का कैसे मानसिक व शारीरिक शोषण करते हैं दूसरी तरफ स्कूल री एडमिसन के नाम पर लोगो को अतरिक्त बोझ डाल रही लेकिन अभिभावक मूक दर्शक बन ये सब देख रहे है ना ही सरकार को फिकर है ना ही आम जानता के पास समय है आवाज उठाने के लिए कुछ तो डर के मारे बोलते नहीं है आखिर कब तक  मुर्दा इंसान अपना शोषण करवाते रहंगे  पहले अंग्रेज किया अब समाज के लोग करते है वाह री दुनिया खैर अपना न कोई बच्चा है न ही स्कूल, नेता भी चुप अभिनेता भी चुप

लेखक : आशीष कुमार (इंजिनियर)

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