खरीक : खरीक अंचल की तकरीबन पचास हजार जमाबंदी ऑनलाइन करने में राजस्व विभाग के कर्मियों के पसीने छूट रहे हैं.अप्रैल माह से ही राज्य सरकार ने जमाबंदी ऑन लाइन कर दाखिल खारिज करने की घोषणा कर दी है. लेकिन ख़रीक में अबतक सभी मौजे की सभी जमाबंदी का ऑनलाइन डाटा एंट्री नही हो सक है. अंचल एक कर्मी के भरोसे चल रहा है.ऐसी स्थिति में पुरे पचास हजार जमाबंदी को ऑनलाइन करवाने में राजस्व विभाग के पसीने छूट रहे हैं.

आनन फानन में डाटा ऑपरेटर गलत जमाबंदी डाटा इंट्री कर रहे हैं.बगैर नाम पता के गलत रैयत धारी का नाम अंकित कर गलत रकवा भरा जा रहा है.राजस्व विभाग के कर्मचारियों के सामने एक नई समस्या खड़ी हो गई है. सभी गलत डाटा एंट्री किए जाने और सत्यापन किए जाने से जमाबंदी ऑनलाइन कारी में अनावश्यक विलंब होता जा रहा है.जिस से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

रैयतधारियों के नाम को डिलीट करने का काम किया जा रहा है.रैयतधारियों के नाम की एंट्री हो जाने के बाद पुनः उसका सत्यापन किया जाना है. 50,000 जमाबंदी सत्यापन का कार्य महज एक ऑपरेटर के भरोसे किया जा रहा है.जो असम्भव नजर आ रहा है .रफ्तार काफी धीमा होने की वजह से आगामी 6 माह तक शुद्ध ऑनलाइन डाटा एंट्री कार्य संभव होना प्रतिनिधि नहीं हो रहा है.

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डाटा एंट्री ऑनलाइन करने में अत्याधिक अशुद्ध होने के कारण ऑनलाइन का कार्य सुलझने के बजाय उलझता चला जा रहा है.
जमाबंदी ऑनलाइन करने की दिशा में खरीक अंचलाधिकारी निलेश कुमार चौरसिया खुद पहल कर रहे हैं और अशुद्धि की दूर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं .