नवगछिया : जहान्वी चौक से लेकर इस्माइलपुर तक बनने वाले 10 किलोमीटर लंबे रिंग बांध के निर्माण में अधिग्रहण की गई किसानों की जमीन का मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है. जल संसाधन विभाग द्वारा किसानों को अधिग्रहण संबंध में अब तक किसी प्रकार की नोटिस भी नहीं की गई है. जबकि किसानों की जमीन पर लगभग पांच किलोमीटर रिंग बांध निर्माण में मिट्टी भराई का कार्य पूरा कर लिया गया है. किसानों को मुआवजा नहीं मिलने के कारण किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. किसानों ने कहा कि जल संसाधन विभाग के पदाधिकारी ने दो माह के अंदर मुआवजा भुगतान कर देने की बात कही थी. लेकिन अब तक मुआवजे की राशि का भुगतान नहीं हो पाया है नहीं हम लोगों को किसी प्रकार की नोटिस दी गई है.

,, छह सौ किसानों की जमीन की गई है अधिग्रहण

10 किलोमीटर लंबे रिंग बांध के निर्माण में छह सौ किसानों की जमीन को जल संसाधन विभाग द्वारा अधिग्रहण किया गया. किसानों की जमीन अधिग्रहण के लिए विशेष भू अर्जन विभाग को गत वर्ष जनवरी माह में ही 16 करोड़ की राशि भी प्राप्त हो चुकी है. लेकिन जल संसाधन विभाग द्वारा किसानों की सूची एवं दस्तावेज उपलब्ध कराएं नहीं कराए जाने के कारण किसानों को मुआवजे का भुगतान नहीं हो पाया है.

,, लीज के माध्यम से किसानों को किया जाना है राशि का भुगतान

जल संसाधन विभाग द्वारा किसानों को सत्त लीज के माध्यम से किसानों को उनकी जमीन के मुआवजे की राशि का भुगतान किया जाना है. इस्माइलपुर जिला परिषद विपीन जी कुमार मंडल ने बताया कि जल संसाधन विभाग को किसानों की सूची रकबा सहित एवं जमीन का दस्तावेज पांच माह पूर्व उपलब्ध कराया जा चुका है. लेकिन जल संसाधन विभाग के द्वारा लापरवाही बरते जाने के कारण किसानों को मुहावरे की राशि नहीं मिल पाई है. उन्होंने कहा कि किसानों को अगर जल्द से जल्द मुआवजे का भुगतान नहीं होता है तो किसानों के साथ उग्र आंदोलन करेंगे.

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,, 32 करोड़ की लागत से बनेगा रिंग बांध

इस्माइलपुर से जहान्वी चौक तक 32 करोड़ की लागत से रिंग बांध का निर्माण किया जाना है. गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के बाद वर्तमान में रिंग बांध का निर्माण कार्य बंद है. लेकिन मुआवजे के भुगतान नहीं किए जाने के कारण किसानों में आक्रोश बढ़ता जाता है.