नवगछिया स्थानीय घाट ठाकुरवाड़ी नवगछिया में चल रहे श्रीरामचरितमानस नवाह परायण यज्ञ में प्रयागराज से आए प्रवचन कर्ता स्वामी विनोदानंद सरस्वती महाराज ने प्रवचन में कहा की एक दायित्व रूपी धनुष का क्ध न हि बलवान कर सकता है न हि धन्यवान कर सकता है इस युग का नौजवान हि कर सकता है टूटता वही है जो परमात्मा से दूर रहता है जुड़ता वही है जो परमात्मा के नजदीक रहता है कथावाचक का काम अपने को प्रकट करने का नहीं है कथावाचक का काम है जिनकी कथा कर रहा है वह प्रगट हो जाए उन्होंने कहा कि श्री राम जी के विवाह में 1 करोर कटार बराती बनकर गए थे

जिसमें 36 हजार बेंड बाजे थे स्वामी जी ने कहा जानते हो शराब किससे बनती है शराब महुआ से बनती है और महुआ के पैर में एक भी हरे पत्ते देखने को नहीं मिलेंगे उसी तरह जो शराब पीयेगा वह परिवार भी कभी हरा-भरा नहीं रह सकता सिर पर भक्ति चढ़ेगी तो भक्ति मिलेगी काम चलेगा तो काम मिलेगा लेकिन काम भी सुंदर जब हो जाता है जब राम का सहारा लेता है मन रूपी घोड़े की लगाम राम को दे दो जीवन के अभिमान को राम के शरण में दे दो जिस दिन निष्काम भाव से भक्ति करोगे उसी दिन वशिष्ट जैसा गुरु मिल जाता है तो उन भक्तों का कल्याण होता है खुड़ी का ही पड़ता है दीदार के लिए वरना कोई पर्दा है नकाब के लिए लेना खबर हमारी राघव हे धनुष धारी बे मोत मर ना जाऊं तुम से लगाकर यारी माई है रामजी दूल्हा सुहावन लागे आज मिथला नगरिया निहाल सखियां चारों दूल्हा के पर गई कमाल सखियां पावना अब मिथिला में रहना

इस कार्यक्रम में संरक्षक श्यामसुंदर केडिया अध्यक्ष दिनेश सर्राफ सचिव विशाल चिरानिया कोषाध्यक्ष विनीत चिरानिया उपाध्यक्ष बनवारी पंसारी मीडिया प्रभारी अशोक केडिया शंकर चिरानिया संतोष भगत अनिल भगत संतोष यादुका किशन चिरानिया प्रमोद केडिया डा० किशन साह मोहन रुंगटा मंगलचंद खेमका सुभाष वर्मा किशन यादुका दयाराम चौधरी रोहित मावडिया कैलाश अग्रवाल सचिन कुमार रवि चिरानिया विकास चिरानिया रमन गुप्ता दिनेश चिरानिया एवं अन्य सदस्य लगे हुए हैं