राजस्थानी और मारवाड़ी भाषा को मान्यता दिलाने के संघर्ष के बीच एक अच्छी खबर आई है। विश्व का सबसे पॉपुलर सर्च इंजन गूगल अब मारवाड़ी भाषा में भी काम करेगा। अपणायत भरी मायड़ भाषा को अब गूगल अपने सर्च इंजन का हिस्सा बना रहा है। गूगल जब मारवाड़ी के ट्रांसलेशन की प्रोसेस पूरी कर लेगा तब अन्य क्षेत्रीय भाषाओं की तरह मारवाड़ी भी गूगल पर दिखाई देगी।

यानी गूगल सर्च के नीचे आने वाले क्षेत्रीय भाषाओं के ऑप्शन में मारवाड़ी भी दिखेगी। व्यक्ति मारवाड़ी भाषा में भी सारे सर्च कर सकेगा। इस पर मारवाड़ी भाषा से संबंधी साहित्य, डिटेल्स से लेकर अन्य सारी सामग्री भी उपलब्ध होगी। इस प्रोसेस में गूगल को मारवाड़ी के शब्द, साहित्य सहित अन्य सारी जानकारी विशेषज्ञों से लेकर उपलब्ध करवाई जाएगी। साथ ही लोगों को सीधे भी गूगल में जानकारी जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। टीम में स्वाति शर्मा, मेघा फोफलिया सहित अन्य यूथ भी शामिल हैं। गौरतलब है कि अभी गूगल 9 भारतीय भाषाओं में सर्च करता है। गूगल ने इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी के लिए गूगल डेवलपर ग्रुप की नौशीन खिलजी (27) को एप्रोच किया है। वे जोधपुर के मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। नौशीन गूगल को मारवाड़ी सिखाने की पूरी प्रोसेस को बतौर को-ऑर्डिनेटर हैंडल करेंगी।

गूगल को मारवाड़ी सिखाने में आप भी ऐसे कर सकते हैं योगदान:अपने सॉफ्टवेयर में मारवाड़ी को समाहित करने के लिए पहले गूगल को मारवाड़ी सीखने पड़ेगी। यह काम क्राउड सोर्स कम्युनिटी यानी भाषा का जानकार जनसमूह करेगा। करेगी। इस कम्युनिटी में टीचर्स, साहित्यकार, लेखक, आर्टिस्ट्स और स्टूडेंट्स से लेकर भाषा का हर एक जानकार व्यक्ति शामिल होगा। यह लिंक http://crowdsource.google.com/ है जिस पर कोई भी व्यक्ति जाकर गूगल को मारवाड़ी सिखा सकता है।

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ट्रांसलेशन के साथ ही वेलिडेशन भी होगा:क्राउड सोर्स के लिंक से मारवाड़ी भाषा के लिए ना सिर्फ इनपुट दे सकेंगे बल्कि वेलिडेशन भी कर पाएंगे। इस लिंक पर क्लिक करते ही यह आपके जीमेल से लिंक हो जाएगा और कुछ आइकन्स दिखेंगे। इसमें इमेज लेबल्स, कैप्शंस, लैंडमार्क्स, ट्रांसलेशन और ट्रांसलेशन वेलिडेशन का सेक्शन है। लेबल्स वाले सेक्शन के जरिए हम किसी ऑब्जेक्ट को अपनी भाषा में एक इनपुट के रूप में गूगल को बताएंगे। कैप्शन सेक्शन में दी गई फोटो का कैप्शन देना होगा। लैंडमार्क सेक्शन में लैंडमार्क के नाम और ट्रांसलेशन वाले सेक्शन में इंग्लिश टू मारवाड़ी ट्रांसलेशन होगी। इसके बाद ट्रांसलेशन वेलिडेशन का सेक्शन सबसे महत्वपूर्ण है। इसमें एक ही सब्जेक्ट के लिए सबसे ज्यादा वोटेड 4 इनपुट दिखाए जाएंगे जिसमें से हमें बेस्ट चुनना होगा। इस तरह से सबसे उपयुक्त मारवाड़ी भाषा का इनपुट गूगल को मिल पाएगा।

कॉलेज में होंगे सेशंस:नौशीन ने बताया कि मारवाड़ी को गूगल में ट्रांसलेशन करने के इस प्रोसेस के बारे में गूगल डेवलपर ग्रुप जोधपुर और गूगलर्स की ओर से सिटी के कॉलेजेज में टेक्निकल और नोन टेक्निकल सेशंस भी आयोजित होंगे। कॉलेजेज में स्टूडेंट्स को डेली कुछ समय इस प्रक्रिया में देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके साथ ही टीचर्स, साहित्यकार, लेखक और मारवाड़ी भाषा के जानकार लोगों को इस प्रोसेस के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।