टीएनबी कॉलेज में स्नातक पार्ट थ्री की परीक्षा में धांधली और मोबाइल गुम होने के नाम पर हंगामे के आरोप में मंगलवार को छह छात्राओं को महिला छात्रावास छोड़ने का नोटिस दिया गया। छात्राओं से कहा गया है कि वे 10 दिनों के अंदर छात्रावास छोड़कर चली जाएं।

प्राचार्य डॉ. संजय कुमार चौधरी ने जिन छात्राओं को छात्रावास खाली करने का नोटिस दिया है, उनमें अभिलाषा कुमारी, सोल प्रिया, आरती, अदिति अपूर्व, शुभ्रा गर्ग और प्रीति अनु शामिल हैं। प्राचार्य ने इसकी जानकारी टीएमबीयू के प्रभारी कुलपति प्रो. लीला चंद साहा को भी दी है। शुभ्रा गर्ग, अदिति अपूर्व, प्रीति अनु, अभिलाषा कुमारी स्नातक पार्ट थ्री की छात्राएं हैं। आरती पार्ट टू की छात्रा है और सोनल प्रिया एमएससी की।

प्राचार्य ने कहा कि 23 और 24 दिसंबर को छात्रावास में जो हंगामा और विवाद हुआ था, उसकी जांच कराई गई। जांच कमेटी की अनुशंसा के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। हालांकि कॉलेज सूत्रों का कहना है कि कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में छात्राओं द्वारा धांधली की बात को स्पष्ट नहीं किया है।

कॉलेज सूत्रों ने बताया कि 23 और 24 दिसंबर को हुए हंगामे के पीछे तात्कालिक कारण मोबाइल गुम होना था। इसे लेकर 23 दिसंबर को कॉलेज के दूसरे छात्रावासों के अधीक्षक महिला छात्रावास गए थे। उस समय अधीक्षकों को यही लगा था कि मामला मोबाइल गुम होने का है। हालांकि छात्राओं से पूछताछ में यह बात सामने आई थी कि पार्ट थ्री जूलॉजी नर्स की एक छात्रा का चार दिसंबर को दूसरी पाली में साइंस के जीएस का पेपर एसएम कॉलेज में था। उस छात्रा का उसी दिन पारा मेडिकल का काउंसिलिंग पटना में था। इसलिए उस छात्रा ने एक जूनियर को दो हजार का प्रलोभन देकर अपने बदले स्नातक की परीक्षा में शामिल होने को तैयार कर लिया था।

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जूनियर छात्रा जब चार दिसंबर को एसएम कॉलेज से परीक्षा देकर छात्रावास देरी से पहुंची थी तो एक सीनियर ने उसकी क्लास लगा दी थी। इससे बचने को जूनियर छात्रा ने बदले में परीक्षा देने की बात सीनियर को बता दी और जो छात्रा काउंसिलिंग के लिए पटना गई थी उससे दो हजार रुपये मिलने पर कुछ पैसे देना स्वीकार कर लिया था। लेकिन पटना से लौटने के बाद उस छात्रा ने जूनियर छात्रा को पैसे नहीं दिए। इसके बाद हंगामा मच गया था।

टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय चौधरी ने बताया कि जांच कमेटी की अनुशंसा पर मैंने यह नोटिस अधीक्षक के माध्यम से दिया है। ये छात्राएं पार्ट तीन की हैं। वैसे भी ये छात्राएं स्नातक पूरा हो जाने के कारण छात्रावास खाली करने वाली थीं।