कोरोना का सबसे अधिक असर गरीब परिवारों के जीवन-यापन पर पड़ा है। लॉकडाउन के बाद लोगों ने घरों में काम करनेवाली को हटा दिया है। इस कारण ऐसे परिवारों के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। ऐसा ही एक मामाला बिहार के भागलपुर के बड़ी खंजरपुर में सामने आया है। यहां तीन दिनों से भूखी तीन बहनों ने प्रधानमंत्री कार्यालय को फोन कर खाने की गुहार लगाई। इसके बाद दिल्ली से लेकर भागलपुर तक का प्रशासन हरकत में आया और लड़कियों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई।
बड़ी खंजरपुर स्थित विषहरी स्थान के पास तीन बहनें गौरी कुमारी, आशा कुमारी और कुमकुम कुमारी रहती हैं। पिता सनोद रजक और मां की मौत पहले हो चुकी है। एक और छोटी बहन बिंदा कुमारी मौसी के यहां रहती है। तीनों बहनें दूसरे के घरों में काम कर जीवन-यापन करती हैं।
कोरोना के भय और लॉकडाउन के बाद लोगों ने काम कराने से मना कर दिया। घर में खाने की व्यवस्था नहीं रहने और तीन दिनों से भूखे रहने पर लड़कियों ने बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय को फोन कर मदद की गुहार लगाई।
जगदीशपुर सीओ सोनू भगत ने बताया कि पीएमओ ने बिहार आपदा प्रबंधन विभाग को तीनों लड़कियों को तत्काल मदद करने का निर्देश दिया। आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश पर वह लड़कियों से मिले। लड़कियां भूखी थीं। घर में खाने का सामान नहीं है। हालांकि तीनों लड़कियां स्वस्थ्य हैं।
अधिकारी ने बताया कि लड़कियों को भोजन के अलावा चूड़ा, दालमोट, बिस्कुट आदि दिया गया। प्रतिदिन लड़कियों को भोजन दिया जाएगा। शुक्रवार को एक सप्ताह का राशन भी दिया जाएगा। सीओ ने बताया कि लड़कियों को अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
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