पटना. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भागलपुर में गंगा नदी पर विक्रमशिला सेतु के समानांतर फोरलेन पुल का टेंडर जारी कर दिया है. इसके निर्माण के लिए 1116.72 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी जा चुकी है. टेंडर डालने की अंतिम तारीख 10 सितंबर तय की गयी है. निर्माण एजेंसी का चयन होने के बाद पुल को चार साल में बनाने का लक्ष्य है. जनवरी, 2018 में सीएम नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ हुई बैठक में इस पुल के निर्माण की मांग की थी. िबहार के प्रधानमंत्री पैकेज में यह शामिल है.

बता दें कि बिहार के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी जल्द ही मिलने वाली है . उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार को एक सूत्र में बांधने वाला महात्मा गांधी सेतु (Mahatma Gandhi Setu) पर बहुत जल्द ही आवागमन शुरू होने वाला है. बता दें कि महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पर मरम्मत का काम जारी था और अब से पूरा होने के बाद आवागमन जल्द ही शुरू होने वाला है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी आगामी 31 जुलाई को इसका उद्घाटन कर सकते हैं. उल्लेखनीय है कि बिहार में कोरोना के कहर को देखते हुए 31 जुलाई तक लॉकडाउन की घोषणा की गई है.

गौरतलब है कि कि राजधानी पटना में महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी दो लेनों पर 15 जून से आवागमन शुरू होना था पर काम पूरा ना होने के वजह से इसे टालना पड़ा था. फिलहाल इस पुल के स्पैन की ढलाई के बाद उसका भी पिचिंग का काम जारी था. सभी कार्य युद्ध स्तर पर करवाए जा रहे हैं. इस पर गाड़ियों की आवाजाही शुरू होने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच फिर से सड़क कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी. उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार को एक सूत्र में बांधने वाला पुल जिसे एशिया का सबसे लम्बा सेतु का भी गौरव प्राप्त था. अब महात्मा गांधी सेतु का पश्चिमी लेन, मतलब एक लेन बनकर तैयार है.

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