मायागंज अस्पताल परिसर के जीएनएम हॉस्टल से देर रात ढाई बजे पुलिस ने एक अजनबी युवक को पकड़ा। छानबीन में वह एक नर्सिंग स्टूडेंट का आशिक निकला। पकड़े गए युवक को छात्रा ने मेडिकल स्टूडेंट बताकर बचाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण वह कामयाब नहीं हो सकी। ताज्जुब की बात यह है कि जीएनएम स्कूल के जिम्मेदारों ने रविवार देर शाम तक इसकी सूचना अस्पताल अधीक्षक को नहीं दी।

देर रात ढाई बजे जब मरीज व तीमारदार अस्पताल में सोये हुए थे, उसी दौरान जीएनएम नर्सिंग हॉस्टल में रहने वाली छात्राएं शोर मचाने लगीं। इसकी सूचना किसी ने बरारी पुलिस को दी। कुछ देर में ही पुलिस के जवान व सुरक्षा गार्ड मायागंज अस्पताल पहुंच गए। जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक जीएनएम हॉस्टल को बरारी पुलिस व मायागंज अस्पताल के सुरक्षा गार्डों ने चारों तरफ से घेर लिया। जब हॉस्टल की तलाशी ली गई तो एक संदिग्ध युवक को पकड़ा गया।

इसके बाद जीएनएम नर्सिंग द्वितीय वर्ष की एक छात्रा उसे छोड़ने की बात कहने लगी। पुलिस की पूछताछ में लड़के ने बताया कि हॉस्टल के प्रथम तल पर रहने वाली जीएनएम द्वितीय वर्ष की छात्रा से उसका प्रेम संबंध चल रहा है। उसी के बुलावे पर वह आया था। इसके बाद मामले को मौके पर ही रफा-दफा कर दिया गया।

Whatsapp group Join

मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर आरसी मंडल ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। सोमवार को जीएनएम स्कूल की प्राचार्य को बुलाकर उनसे पूछताछ करूंगा। इस मामले में संबंधित छात्रा से पूछताछ की जाएगी। दोषी छात्रा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।