पीरपैंती के विनोबा टोला गांव की घटना : पहले गला रेता, फिर हाथ का नस काट डाला, पेट फाड़कर झाड़ी में फेंका शव, तांत्रिक और आरोपी चाचा गिरफ्तार

भागलपुर जिले में पहली बार इतनी बड़ी क्रूरता

काली पूजा पर दिवाली की आधी रात को चाचा ने संतान न होने पर तांत्रिक के बहकावे में आकर भतीजे की गला रेतकर बलि दे दी। जिले में पहली बार सामने आए नरबलि के मामले में क्रूर चाचा ने भतीजे के दाएं हाथ का नस काट दिया और पेट धारदार हथियार से फाड़ डाला। हत्या के बाद तांत्रिक के सहयोग से शव को चाचा ने बच्चे के घर से महज 50 फीट दूर बांस की झाड़ी में फेंक दिया। घटना पीरपैंती थाना क्षेत्र के विनोबा टोला गांव में रविवार देर रात की है।

मरने वाले की पहचान कन्हाई कुमार (10 वर्ष) पुत्र सिकंदर रविदास के रूप में हुई है। कन्हाई मिडिल स्कूल दिलौरी में तीसरी कक्षा का छात्र था। चाचा शिवनंदन रविदास हुक्कापाती खेलने के समय कन्हाई को पटाखा खरीदने के बहाने ले गया और बलि दे दी। रातभर पूरा परिवार चाचा से बेटे के बारे में पूछता रहा, लेकिन चाचा बहाना बनाता रहा। सोमवार सुबह परिवार वालों को बांस की झाड़ी में किसी बच्चे की लाश की सूचना मिली। वहां जाकर देखा तो शव कन्हाई का था।

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चाचा व तांत्रिक ने कबूला, बच्चे की बलि दी

शव मिलने के बाद ग्रामीण और परिजनों ने इसकी सूचना पीरपैंती थानाध्यक्ष राकेश कुमार को दी। सूचना पर थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ पहुंचे और मामले की जांच की। कुछ देर बाद एसडीपीओ डॉ. रेशु कृष्णा भी पहुंचीं। एसडीपीओ ने बताया कि मृतक की मां वीणा देवी के बयान पर शिवनंदन रविदास और फेकू टोला निवासी तांत्रिक विलास मंडल उर्फ औघड़ बाबा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शिवनंदन रविदास को खवासपुर और तांत्रिक विलास मंडल को फेकू टोला से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के सामने दोनों ने कबूला कि उन्होंने ही बच्चे की बलि दे दी है। मृतक के पिता पंजाब में मजदूरी करते हैं। सूचना के बाद वे घर के लिए रवाना हो गए हैं।

गिरफ्तार आरोपियों पर चलेगा स्पीडी ट्रायल

आरोपी तांत्रिक विलास मंडल और शिवनंदन रविदास को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों ने इस घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। अंधविश्वास में इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाया जाएगा। -आशीष भारती, एसएसपी।