बिहार में 38 जिलों के लोगों का अब राजधानी पटना आना-जाना आसान होने वाला है. राज्य पथ परिवहन निगम सूबे के 38 जिलों को पटना से जोड़ने की तैयारी में है. जिसके लिए 70 नयी बसें लायी गयी हैं. वहीं अब नेपाल व बनारस की यात्रा भी अब लोग आसानी से कर सकेंगे. साथ ही बिहार से भूटान जाना अब आसान हो जाएगा. सरकारी बसें इसकी सीमा से सटे जयगांव तक चलायी जाएंगी.

बिहार के लोगों को अब एक जिले से दूसरे जिलों के सफर में राहत मिलेगी. राजधानी पटना से आना-जाना अब आसान होने वाला है.राज्य के पथ परिवहन निगम ने कुल 70 बसों के साथ बिहार के 38 जिलों को एकसूत्र में पिरोने की तैयारी की है. जिसे अब अंतिम रूप दिया जा रहा है. पहली खेप में 22 बसों को पटना पहुंचा दिया गया है. वहीं सप्ताह भर के अंदर बाकी सभी बसें भी आ जाने की संभावना है.

सूबे के लोगों को भूटान जाना अब आसान होगा. मोतिहारी से अब बंगाल की अंतिम सीमा जयगांव तक बसें चलाई जाएंगी. जहां से भूटान बेहद करीब है और लोग आसानी से वहां जा सकते हैं. पटना से काठमांडू और जनकपुर तक की यात्रा के लिए भी बसें चालू की जानी

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वहीं अब वाराणसी की यात्रा के लिए भी बस सुविधा लोगों को मिलने वाला है. इन बसों के परिचालन के बाद अब बिहार से गाजियाबाद की यात्रा भी आसान हो जाएगी. नयी बस को बक्सर से गाजियाबाद के बीच भी चलाया जाएगा.

इन 70 बसों में 15 वातानुकूलित हैं. वहीं पटना को प्रदूषण से बचाने के लिए अब 25 इलेक्ट्रिक बसें राजधानी की सड़कों पर दौड़ने वाली है. जिसमें दो बसें आज शुक्रवार को पटना पहुंचने वाली है. पहली बार पटना की सड़कों पर अब इलेक्ट्रिक बसें चलने वाली है.