कोसी नदी का जलस्तर सोमवार को स्थित रहा। लेकिन कटाव पीड़ितों की समस्या बढ़ती जा रही है। न रहने और न खाने का ठिकाना है। परिवार के साथ कहीं बांध पर तो कहीं सड़क किनारे रहकर रतजगा कर रहे हैं।

बिहपुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित कहारपुर, गोविंदपुर व आहुति के लोग सुरक्षित जगह पर शरण ले चुके हैं। कुछ लोग रिश्तेदार के यहां रह रहे हैं तो कुछ लोग अब भी सुरक्षित जगहों की तलाश में हैं। कहारपुर में कटावपीड़ितों को राहत सामग्री का इंतजार है। वहीं आहुति में लोग मचान पर रहने को विवश हैं। भोजन-पानी की व्यवस्था नहीं होने से राहत की आश लगाये हुए हैं। सीओ ने बताया कि कहारपुर व आहुति में लोगों के सर्वे का कार्य कर लिया गया है। दोनों गावों में राहत सामग्री जल्द दी जाएगी। वहीं सोमवार को गोविंदपुर मुसहरी के महादलित परिवारों के बीच सूखी सामग्री का वितरण बिहपुर सीओ बलिराम प्रसाद एवं मुखिया प्रतिनिधि पवन साह ने किया। छूटे हुए परिवारों के बीच प्लास्टिक सीट का वितरण किया गया।

लोकमानपुर पंचायत में बाढ़ की स्थिति यथावत

लोकमानपुर एवं सिहकुंड में बाढ़ की स्थिति यथावत बनी हुई है। लेकिन लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार को भी कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। इस कारण घर एवं गांव से पानी नहीं निकल रहा है। वहीं सिहकुंड में नाव नहीं रहने के कारण लोगों कों दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मांग किये जाने के बाद भी पदाधिकारियों द्वारा पहल नहीं की जा रही है। बाढ़पीड़ितों ने बताया कि पूरा गांव अब भी जलमग्न है। किन्तु प्रशासन द्वारा मात्र 210 पीड़ित परिवारों के बीच सूखा राशन का वितरण किया गया है।

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