फर्जी तरीके से नियुक्त 15 नियोजित शिक्षकों की गिरफ्तारी का आदेश एसएसपी ने जारी किया है। पुलिस जांच में उक्त शिक्षकों के खिलाफ दर्ज एफआईआर और उसमें लगाए गए आरोप सही पाए गए हैं। एसएसपी ने नामजद आरोपी शिक्षक श्याम प्रसाद शर्मा, नीलम कुमारी, तमन्ना खातून, मो . गुफरान रजा, श्वेता कुमारी, मो . गुलाम फरीद, फरीदा खानम, वर्षा रानी, मनोरंजन कुमार राय, प्रवीण कुमार, गोपाल कुमार मेहता, अर्चना कुमारी, रमण कुमार पासवान, मो . रियाज, मीरा कुमारी को गिरफ्तार करने का आदेश आईओ को दिया है। गिरफ्तारी नहीं होने पर आरोपी शिक्षकों के खिलाफ पुलिस कुर्की-जब्ती की कार्रवाई करेगी।

16 शिक्षकों के खिलाफ जालसाजी का केस था दर्ज

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने जोगसर थाने में 16 शिक्षकों के खिलाफ जालसाजी का केस दर्ज कराया था। पुलिस जांच में 16 में 15 शिक्षकों के खिलाफ केस सत्य पाया गया, जबकि शशिकला की संलिप्तता के बिंदु पर जांच के बाद निर्णय लेने का आदेश एसएसपी ने आईओ को दिया। हाईकोर्ट के आदेश पर उच्चतर, माध्यमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय के पुस्तकालय अध्यक्ष व प्राथमिक विद्यालय में वर्ष 2006 से अब तक नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक योग्यता, प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र की जांच ब्यूरो ने की थी।

डीईओ दफ्तर के रिकॉर्ड को निगरानी ने खंगाला था

जांच में डीईओ के कार्यालय के रिकॉर्ड को निगरानी ने खंगाला था, जिसमें आरोपी शिक्षकों के शैक्षणिक योग्यता, जन्म तिथि व पता में त्रुटियां पाई गईं थी। शशिकला (रामपुर, शिवनारायणपुर) ने एसएसपी को आवेदन देकर खुद को निर्दोष बताया था। इस कारण उसे जांच में रखा गया है। 15 शिक्षकों के खिलाफ लगाए गए आरोप जांच में सही पाए गए।

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