प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बिहार के खगड़िया जिले से गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारंभ करेंगे। अभियान का मकसद कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण घर लौटे प्रवासी मजदूरों को आर्थिक रूप से सबल बनाना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की मौजूदगी में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जिले के बेलदौर प्रखंड के तेलिहर गांव से योजना का शुभारंभ किया जाएगा।

इस योजना के डिजिटल शुभारंभ के मौके पर पांच अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और कुछ केंद्रीय मंत्री भी हिस्सा लेंगे। बिहार समेत छह जिले उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा के कुल 116 जिलों के प्रवासी मजूदरों का चयन इस अभियान के लिए किया गया है। इनमें 27 आकांक्षी जिले शामिल हैं। जानकारी के अनुसार इन जिलों के करीब दो तिहाई प्रवासी मजदूरों को अभियान में शामिल करने का अनुमान है।

125 दिन का अभियान:
यह अभियान 125 दिनों का है, जिसमें प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने और देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा खड़ा करने के लिए 25 अलग-अलग तरह के कार्यों किए जाएंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए साझा सेवा केंद्रों और कृषि विज्ञान केंद्रों के जरिये इस कार्यक्रम में मजदूर शामिल होंगे।

Whatsapp group Join

योजना में 12 मंत्रालय शामिल:
इस योजना का समन्वय 12 अलग-अलग मंत्रालय करेंगे। इनमें ग्रामीण विकास, पंचायती राज, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, खनन, पेयजल एवं स्वच्छता, पर्यावरण, रेलवे, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा, सीमा सड़क, दूरसंचार और कृषि मंत्रालय शामिल हैं।