इस्माइलपुर से जाह्नवी चौक तक लगभग 55 करोड़ की लागत से बनने वाले रिंग बांध के लिए मिट्टी कटाई के विरोध में किसानों ने बैनर और तख्ती लेकर रिंग बांध पर प्रदर्शन किया। किसानों ने मुआवजा नहीं तो रिंग बांध नहीं, हर हाल में मुआवजा देना होगा आदि के नारे लगाये।

किसान जागो मंडल, कविता देवी ने कहा बिना भू-अर्जन किये हम अपनी जमीन नहीं देंगे। नन्हकी देवी ने कहा कि मकैया कच्चे कट्वाय लेलकै हो बाबू अरु रोज घर तोरे ले आवै छै। राधा देवी, राजेन्द्र मंडल ने कहा कि खेत उजारी देलकै और पैसा नय दे छैय। किसानों ने बताया कि स्थानीय नेता बिपिन मंडल और बेंगठी मण्डल किसानों को बरगला कर जबरन बिना मुआवजा के ही जमीन कटवा रहा है।

बाढ़ से बचाव के लिए अपनी मर्जी से मिट्टी काटने की सहमति दी थी : जिप सदस्य

वहीं जिला परिषद बिपिन मंडल ने कहा कि किसानों ने बाढ़ से बचाव के लिए अपनी मर्जी से जमीन से मिट्टी काटने की सहमति दी थी। उन्होंने कहा कि सभी किसानों को पैसा मिलेगा। किसान बासुकी मंडल, अशोक मंडल, अवधेश मंडल, मनोज मंडल, सुनील मंडल, निवास मंडल ने भी बिना भू-अर्जन जमीन नहीं देने की बात कही।

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जल संसाधन विभाग ने हमपर दबाव बनाया : संवेदक

वहीं रिंग बांध के निर्माण में लगे संवेदक ने बताया कि हम काम के लिए तैयार भी नहीं थे। काम शुरू करने के लिए अनशन के बाद हम पर जल संसाधन विभाग ने दवाब बनाया। हम इसके लिए भी तैयार नहीं थे। स्थल पर राजस्थानी ट्रैक्टर चालक स्थानीय लोगों से मिलकर उसे पैसा देकर दूर से मिट्टी लाने से बचने के लिए बगल की जमीन को काटकर गढ्ढा बनाया था। ऐसे ट्रैकर चालक पर हमने कार्रवाई भी की है। उसे निकाला भी गया है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता वीरेंद्र कुमार ने कहा कि सभी किसानों को मुआवजा मिलेगा।