नवगछिया : नवगछिया अनुमंडल के सात प्रखंडों से सामने आये पंचायत चुनाव के परिणामों में कई जगहों पर दिग्गजों ने अपनी कुर्सी ही नहीं बचायी वरन अपनी राजनीतिक क्षमता का भी प्रदर्शन किया तो दूसरी तरफ हरेक पंचायत से अधिकांशत: युवाओं ने बाजी मारी है. जिला परिषद के नौ सीटों पर परिणाम अप्रत्याशित रहा. नौ में से आठ सीटों पर नये चेहरे ने बाजी मारी है. इस्माइलपुर से विपिन मंडल, रंगरा से शबाना आजमी, नवगछिया से नंदनी सरकार, खरीक खक्षिण से कुमकुम देवी, बिहपुर पश्चिम से दिवंगत अधिवक्ता प्रमोद राय की पत्नी रेणु देवी, नारायणपुर से उषा देवी, गोपालपुर निभा भारती, बिहपुर पूर्व से राजीव रंजन सिंह उर्फ घंटू सिंह सभी नये चेहरे हैं. पुराने जिला पार्षद सदस्यों में खरीक उत्तरी से गौरव राय ने एक बार फिर से बाजी मारी है. गौरव राय ने खरीक उत्तरी से जीत की हैट्रिक लगायी है. गौरव 17 सौ रिकार्ड मतों से जीतें हैं. मालूम हो कि जिला परिषद से पिछले दो पंचवर्षीय में देखा गया है कि अपने परंपरागत सीट से निर्वाचित होने वाली सविता देवी ही जिला पार्षद अध्यक्ष बन रही थी. जिला पार्षद अध्यक्ष को निर्वाचित करने में गंगा पार यानी नवगछिया के पार्षदों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. इस बार फिर लोगों को उम्मीद है कि नवगछिया से जिप अध्यक्ष होगा. चुनाव परिणाम में इस बात की खासियत देखने को मिली कि किसी भी प्रत्याशी को खास कर युवा वर्ग का समर्थन दलीय भावना से उपर उठ कर दिली भावना के आधार पर कर रहे थे. जिला परिषद से इस बार नवगछिया से निर्वाचित हुए अधिकांश प्रतिनिधि 35 वर्ष से कम उम्र के हैं.

इन नवयुवकों  ने मारी बाजी

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जीत कर आये अधिकांश प्रतिनिधि 40 वर्ष से कम उम्र के हैं. वहीं कई ऐसे हैं जिन्होंने अभी युवा अवस्था के दहलीज पर ही कदम रखा है. खास कर वार्ड सदस्य व ग्राम कचहरी पंच पर तो युवा चेहरों की भरमार है तो एकल पदों पर इनकी संख्या काफी अधिक है. कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं. नारायणपुर के शहजादपुर पंचायत के अमरी गांव निवासी रुपेश कुमार 25 मुखिया पद से निर्वाचित हुए हैं. रुपेश इंटर के छात्र हैं. इसी प्रखंड से जयपुर चूहर पूरब बलाहा पंचायत से शिक्षक रमेश कुमार पप्पू की पत्नी तनीषी सिंह 23 वर्ष मुखिया पद पर निर्वाचित हुई हैं. जयपुर चूहर पश्चिम से सरपंच पद पर अमित कुमार 24 सरपंच पद से निर्वाचित हुए हैं. रंगरा सहायक चौक प्रखंड के भवानीपुर पंचायत से दीपक कुमार उर्फ शिकारी शर्मा 28 मुखिया पद पर चुनाव जीते हैं. रंगरा से जिला पार्षद बनी शबाना आजामी महज 28 वर्ष की हैं. गोपालपुर, नवगछिया, इस्माइलपुर, बिहपुर में युवा चेहरों की भरमार है.

इन दिग्गजों से साबित किया क्षमता

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रंगरा चौक प्रखंड से भले ही मोती यादव की क्षवि आपराधिक रही हो लेकिन मोती इस बार खुद सधुवा चापर पंचायत समिति सदस्य पद से निर्वाचित हुए हैं तो मोती की मां मंजू देवी मुखिया पद पर निर्वाचित हुई हैं. मालूम हो कि गत पंचवर्षीय में मोती की मां मंजू देवी प्रखंड प्रमुख थी. इसी तरह का उदाहरण नवगछिया प्रखंड से भी है. निवर्तमान प्रखंड प्रमुख मानकेश्वर सिंह मंटू की पत्नी नीलम देवी पुनामा प्रताप नगर से मुखिया पद पर निर्वाचित हुई हैं उनकी मां पंचायत समिति पद पर पकरा गांव से निर्वाचित हुई हैं. इधर नारायणपुर में निवर्तमान प्रखंड प्रमुख अशोक यादव खुद सिंहपुर पूरब पंचायत से पंचायत समिति सदस्य पद पर निर्वाचित हुए हैं तो उनकी पत्नी शांति देवी सिंहपुर पूरब की मुखिया बनी हैं. पूर्व प्रखंड प्रमुख इशो यादव जयपुर चूहर पश्चिम से मुखिया बने हैं. पूर्व मुखिया जर्मनी मिश्र की पुत्र वधु बेबी देवी सिंहपुर पश्चिम से मुखिया पद पर निर्वाचित हुई हैं. पूर्व मुखिया बैरिस्टर सिंह की पत्नी बबीता देवी नगरपारा दक्षिण से मुखिया बनी है. बिहपुर प्रखंड से मनोज कुमार भगत उर्फ मुस्की की पत्नी रेणु देवी ने इस बार जीत की हैट्रिक लगायी है. बिहपुर मध्य से रविंद्र यादव ने भी अपनी राजनीतिक क्षमता को प्रदर्शित किया है. खरीक प्रखंड के भवनपुरा गांव में बाहुबली विनीत कुमार सिंह उर्फ बंटी सिंह ने रिकार्ड 26 सौ से अधिक मतों से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर अपना लोहा मनवाया है. नवगछिया में किसी भी पद पर 26 सौ से अधिक मतों की जीत सबसे बड़ी जीत है. तेलघी के  पूर्व सरपंच सुमित कुमार की मां इस बार मुखिया में निर्वाचित हुई हैं. नवगछिया ढ़ोलबज्जा पंचायत से पूर्व मुखिया राजकुमार उर्फ मुन्ना मंडल ने अपनी खोयी कुर्सी फिर से हासिल कर रही है. इसी तरह की कहानी खरीक के लोकमानपुर पंचायत की विवेकानंद की पत्नी पूर्व मुखिया बिरमा देवी ने भी पांच वर्षों के अंतराल के बाद मुखिया पद पर चुनाव जीत गयी हैं. गोपालपुर के सैदपुर पंचायत के पूर्व मुखिया जितेंद्र कुमार उर्फ गुड्डू मुखिया की पत्नी मुखिया पद पर निर्वाचित हुई हैं.

ये लोग जीत से चूके

खरीक के तेलघी गांव के पूर्व मुखिया अंजनी कुमार सिंह, पूर्व ईख मंत्री स्व ब्रह्मदेव मंडल की पुत्र वधु कविता देवी नारायणपुर जिला पार्षद सीट से, गोटखरीक पंचायत से भाजपा के जिला मंत्री आलोक चौरसिया, पूर्व जिला पार्षद व जदयू नेत्री अन्नपूर्णा सिंह बिहपुर 01 जिप सीट से, जदयू के वरिष्ठ नेता देवेंद्र प्रसाद यादव खरीक उत्तरी जिप सीट से जीत से चूक गये हैं. कई ऐसे भी लोग हैं जो राजनीतिक दलों में सक्रिय थे. उन्हें इस चुनाव में निराशा हाथ लगी है.