नवगछिया। रंगरा गांव के वार्ड नं 9 में सोमवार की देर रात दो बजे के आसपास पप्पू मंडल, उमेश मंडल, साहेब मंडल और वकील  मंडल के घर भीषण आग लग जाने से  घर का सारा सामान  जल कर राख हो गया।  इस घटना में एक बच्चा भी जल गया जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं दूसरी ओर रंगरा बाजार स्थित गायत्री मंदिर से सटे बीरेंद्र मोदी के घर में मंगलवार की देर शाम अचानक आग लगने से उनके नाश्ते की दुकान सहित घर पूरी तरह जलकर राख हो गया।

वार्ड नं. 9 के ग्रामीणों ने बताया कि जब परिवार के सभी लोग गहरी नींद में सोए हुए थे तो एक घर में आग लग गयी। धीरे-धीरे आग ने भीषण रूप अख्तियार कर  लिया और चार घरों को अपनी चपेट में ले लिया। सभी घरों के सारे सामान जलकर राख हो गये। जिस समय आग लगी उसी समय बगल में घनश्याम मंडल की बेटी की शादी थी। शादी  में आये बारातियों ने ही आग बुझायी। जब बाराती आग पर पानी डाल रहे थे तो घरवाले  सोए हुए थे। आग में एक बच्चा भी जल गया है, जिसका इलाज चल रहा है। जिसके घर में आग लगी थी वह पंजाब में मेहनत मजदूरी करते हैं।

घटना के बाद पीड़ित परिवार की महिलाओं के साथ-साथ छोटे छोटे बच्चे भूखे प्यासे सड़क पर आ गए। नवनिर्वाचित मुखिया नवीन कुमार मंडल ने अपने निजी कोष से एक-एक कम्बल, एक प्लास्टिक, चावल, दाल, आलू, माचिस, सरसों तेल सहित अन्य जरूरी सामान पीड़ित परिवार  को मुहैया कराया। आग कैसे लगी यह पता नहीं चल पाया है।

दुकान और घर में लगी आग लाखों की क्षति

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वहीं दूसरी अगलगी की घटना मंगलवार देर शाम हुई। रंगरा बाजार के गायत्री मंदिर से सटे बीरेंद्र मोदी के घर में अचानक आग लगने से उनके नाश्ते की दुकान सहित घर पूरी तरह जलकर राख हो गया। आग की लपटें इतनी तेजी से उठने लगी कि देखते ही देखते दुकान पूरी तरह जलकर राख हो गया। लोग समझ पाते इसके पहले ही दुकान के बाद उसका पूरा घर आग की चपेट में आ गया। घर का कपड़ा, बर्तन, जेवर के अलावा दो बकरी भी जलकर मर गई। पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

पीड़ित वीरेंद्र मोदी ने बताया कि कि एक-एक पैसा जोड़कर कर्ज वाले को देना था। जिससे कर्जा लेकर दुकान में पैसा लगाया था। वह पैसा भी बक्सा में रखा हुआ था। आग में बक्सा सहित पैसा और उसमें रखा सारा सामान जल गया। आग की लपटों को देखने के बाद पड़ोसी मुकेश मोदी, पंकज, मोहन चौधरी, कन्हैया, संतोष, रंजन, विजय सहित आसपास के लोगों ने आग में पानी और बालू डालकर आग को बुझाया लेकिन तब तक सब कुछ जलकर राख हो गया था। पीड़ित परिवार भूखे प्यासे सड़क पर पड़ा हुआ है और फूट-फूटकर रो रहा है।