उड़नखटोले, यानी हेलीकॉप्टर से आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आए तो 75 मिनट के लिए, लेकिन इनके नाम पर लोगों ने 100 एकड़ की फसल रौंद डाली। मुख्यमंत्री के उतरने के लिए बने हेलीपैड, उनके हेलीकॉप्टर और पुरातात्विक धरोहरों का निरीक्षण करते नीतीश कुमार को देखने के लिए बिहपुर-आसपास के हजारों लोगों की भीड़ ने गेहूं, मक्का, परवल और करेले की फसल दौड़भाग में पूरी तरह बर्बाद कर दी। किसानों के नुकसान पर DM प्रवीण कुमार को क्षतिपूर्ति का आश्वासन देना पड़ा।

बिहपुर के किसान, जिनकी फसल मुख्यमंत्री के आगमन पर बर्बाद हुई ( नवीन चौधरी, मनोज कुमार, बशीर और राजेश। )
बिहपुर के किसान, जिनकी फसल मुख्यमंत्री के आगमन पर बर्बाद हुई ( नवीन चौधरी, मनोज कुमार, बशीर और राजेश। )

‘सबे कुछ माटी में मिली गेले’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हेलीकॉप्टर की धूल को चेहरे पर से झाड़ते हुए बटाई पर खेती करने वाले गरीब किसान बशीर का कहना था-‘सबेकुछ माटी में मिली गेले’। उनकी बातों में साल भर की मेहनत के मिट्‌टी में मिल जाने का दर्द झलक रहा था। उनका कहना था कि हमलोग गरीब हैं, आखिर क्या कर सकते हैं। पूरी खेतीबारी चौपट हो गई। उन्होंने दो बीघे में परवल और 12 कट्‌ठे में गेहूं की फसल लगाई थी, जो चौपट हो गई। 50 हजार कर्ज लेकर गेहूं बोया था। एक झटके में उनकी लाखों की फसल बर्बाद हो गई। उनकी तरह कई छोटे-बड़े किसानों का भारी नुकसान हो गया है।

भागलपुर के बिहपुर में सीएम के कार्यक्रम के लिए बने पंडाल और सामने रौंदी गई खेत की फसल।
भागलपुर के बिहपुर में सीएम के कार्यक्रम के लिए बने पंडाल और सामने रौंदी गई खेत की फसल।

नवीन चौधरी और मनोज चौधरी दोनों भाई हैं। इनकी 14 बीघा जमीन में लगी फसल सीएम के कार्यक्रम की वजह से बर्बाद हो गई। इन्होंने मकई और परवल की खेती कर रखी थी। फसल तैयार होने के बाद उसे अच्छे दामों पर बेचने को लेकर सपने संजो रखे थे, लेकिन हुआ कुछ और ही। इसी तरह ब्रजेश कुमार, राजेश कुमार की भी फसल बर्बाद हो गई। कई किसानों का कहना था कि संतोषजनक मुआवजा मिला तो ठीक, वरना माथा ही पीटना पड़ेगा।

बर्बाद हुई फसल दिखाते किसान राजेश कुमार।
बर्बाद हुई फसल दिखाते किसान राजेश कुमार।

अब सरकारी मुआवजे का इंतजार
सीएम के कार्यक्रम के दौरान किसानों की फसल की क्षतिपूर्ति का भागलपुर के DM प्रणव कुमार ने किसानों को आश्वासन दिया है। किसानों को बताया गया कि बिहपुर CO को फसल की क्षति का आकलन करके रिपोर्ट तैयार कर भेज दी जाएगी। फिर इनको उचित मुआवजा मिल जाएगा। कई किसानों का कहना है कि सरकार फसल की क्षतिपूर्ति का औना-पौना दाम देगी। पता नहीं दफ्तरों के कितने चक्कर काटने पड़ेंगे। यह पैसा मिलेगा भी कि नहीं।

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अपने खेत के पास खड़े होकर बर्बाद हुई फसल दिखाते किसान ब्रजेश कुमार।
अपने खेत के पास खड़े होकर बर्बाद हुई फसल दिखाते किसान ब्रजेश कुमार।

सड़क की बदतर हालत छुपाने के लिए फसल कर दी बर्बाद
मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हेलीकॉप्टर अगर जयरामपुर उच्च विद्यालय में लैंड करता तो 3 किलोमीटर की टूटी-फूटी सड़कों की पोल खुल जाती। सड़क की बदतर हालत छुपाने के लिए किसानों की फसल बर्बाद कर दी गई है।