प्यार किया और फिर शादी करने का सोचा लेकिन जाति अलग होने के कारण परिवारवाले तैयार नहीं थे। दोनों के प्यार पर पहरा लगा दिया गया। दोनों चुपके से मंदिर में मिलने पहुंचे तो लोगों ने दोनों की शादी करा दी, जिसके बाद दोनों थाने पहुंचे और पुलिस से गुहार लगाई कि हम एक-दूसरे से प्यार करते हैं लेकिन घरवाले तैयार नहीं।

उनकी इस गुहार पर पुलिस ने दोनों के परिवारवालों को थाने बुलाया जिसके बाद दो घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा चला। लेकिन प्रेमी युगल की जिद और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद परिजनों को झुकना पड़ा और प्यार की जीत हुई।

इसके बाद नगर थाना के ठीक बगल में स्थित थानेश्वर मंदिर में देर रात परिवार वाले और सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में प्रेमी युगल की शादी करवाई गई। प्रेमी जहां समस्तीपुर के वारिसनगर के हांसा गांव का रहने वाला है तो वहीं प्रेमिका पूसा के चंदौली गांव की रहने वाली है।

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दोनों ने बताया कि वे एक साथ आई कोचिंग पढ़ते थे और इसी दौरान दोनों के बीच बातचीत हुई दोस्ती हुई फिर मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान हुआ। बातचीत के बाद ही दोनों में प्यार हो गया।

प्यार इतना परवान चढ़ा कि दोनों ने एक दूसरे के साथ जिंदगी बिताने की कसम खाई और फिर अपने प्यार को पाने के लिए थाने पहुंच गए। नगर थाना परिसर में दोनों परिवार के सदस्यों की रजामंदी के बाद पूरे विधि विधान के साथ शादी संपन्न हुई और दोनों पति-पत्नी के रूप में एक दूजे के हो गए।

दोनों की शादी के दौरान समस्तीपुर नगर परिषद के चेयरमैन तारकेश्वर गुप्ता सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जायसवाल ललितेश्वर प्रसाद यादव सहित कई पुलिसकर्मी मौजूद रहे।