सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए राज्य स्तर तक प्रयास किये जाने के बावजूद इसमें कमी आने की जगह बढ़ोतरी हो रही है। दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

इसे गंभीरता से लिया गया है और अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय ने भागलपुर सहित सभी जिलों के एससपी/एसपी से दुर्घटनाओं की प्राथमिकी की कॉपी के साथ एक्सीडेंट स्लिप भरकर भेजने को कहा है। घटना वाले संबंधित थाना के प्रभारी एक्सीडेंट स्लिप में 100 से ज्यादा बिंदुओं पर जानकारी भरकर भेजेंगे, ताकि दुर्घटनाओं की पूरी जानकारी मिल सके और उसे रोकने के कारगर उपाय हो सकें।

वाहन, सड़क और मौसम तक की देनी होगी जानकारी
सड़क दुर्घटना होने के बाद संबंधित थानाध्यक्षों को एक्सीडेंट स्लिप में जिन बिंदुओं पर जानकारी भरकर भेजनी होगी- उनमें दुर्घटना वाली जगह, समय, सड़क का नाम व स्थिति, वाहन, मृतक और घायल का पूरा ब्योरा, घटना के समय मौसम की जानकारी, सीट बेल्ट और हेलमेट की जानकारी, दुर्घटना का कारण, दुर्घटना स्थल पर ट्रैफिक की व्यवस्था, दुर्घटना के बाद घायल को अस्पताल में भर्ती कराये जाने का ब्योरा, घायल को लगी चोट गंभीर या कम, वाहन की स्पीड, मोबाइल का इस्तेमाल, चालक का नशे में होना, ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी आदि बिंदुओं पर जानकारी देनी होगी।

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भागलपुर में 37 प्रतिशत बढ़ गई मौत
सड़क दुर्घटनाओं में मौत की बात करें तो दो साल की तुलनात्मक अध्ययन से पता चला है कि भागलपुर जिले में दुर्घटनाओं में मौत में बढ़ोतरी का प्रतिशत राज्य के प्रतिशत से ज्यादा है। पूरे राज्य में 2017 में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 8855 थी, जिसमें 5554 लोगों की मौत हुई और 6014 लोग घायल हुए। राज्य भर में 2018 में 9600 दुर्घटनाएं रिपोर्ट की गयी जिनमें 6729 लोगों ने जान गंवाई और 6679 घायल हुए। देखा जाए तो राज्य भर में 2017 की तुलना में 2018 में दुर्घटनाओं में होने वाली मौत में 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसी तरह भागलपुर की बात की जाए तो यहां 2017 में कुल 115 दुर्घटनाएं दर्ज की गयी, जिनमें 121 लोगों की मौत हुई। 2018 में इस जिले में 154 दुर्घटनाओं में 165 लोगों की जान चली गयी। भागलपुर में 2017 की तुलना में 2018 में दुर्घटनाओं में होने वाली मौत में लगभग 37 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी।

दुर्घटना के दौरान मौत में हो रही बढ़ोतरी
सड़क दुर्घटना रोकने की नई पहल

एसएसपी भेजेंगे मुख्यालय
सड़क की हालत, ड्राइविंग, मौसम, कारण के साथ मृतक का ब्योरा
घटना का कारण जानकार उसे रोकने का होगा उपाय
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सभी जिलों को मिला निर्देश
भागलपुर में 2017 में 121 मौतें, 2018 में 165
पूरे राज्य में 2017 में 5554 जानें गयी थीं
2018 में 6729 लोग हादसे के हो गए शिकार