निर्वाचन आयोग शनिवार दोपहर उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। इस बार यहां सात चरणों में मतदान होगा। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटें हैं। वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा को शानदार सफलता मिली थी। उत्तर प्रदेश में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को समाप्त हो जाएगा। पांचों राज्यों में 7 चरणों में मतदान होगा और 10 मार्च को मतगणना होगी।

LIVE UPDATES :-

– यूपी में 10 मार्च को चुनाव परिणाम जारी किए जाएंगे

– यूपी में सातवें चरण का चुनाव 07 मार्च को होगा। सातवें चरण के मतदान के लिए 10 फरवरी 2022 को नोटिफिकेशन जारी होगा और 17 फरवरी तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 18 फरवरी को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी और 21 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।

– यूपी में छठे चरण का चुनाव 03 मार्च को होगा। छठे चरण के मतदान के लिए 04 फरवरी 2022 को नोटिफिकेशन जारी होगा और 11 फरवरी तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 14 फरवरी को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी और 16 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।

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– यूपी में पांचवें चरण का चुनाव 27 फरवरी को होगा। पांचवें चरण के मतदान के लिए 01 फरवरी 2022 को नोटिफिकेशन जारी होगा और 08 फरवरी तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 09 फरवरी को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी और 11 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।

उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 से

– यूपी में चौथे चरण का चुनाव 23 फरवरी को होगा। चौथे चरण के मतदान के लिए 27 जनवरी 2022 को नोटिफिकेशन जारी होगा और 03 फरवरी तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 04 फरवरी को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी और 07 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।

– यूपी में तीसरे चरण का चुनाव 20 फरवरी को होगा। तीसरे चरण के मतदान के लिए 25 जनवरी 2022 को नोटिफिकेशन जारी होगा और 01 फरवरी तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 02 फरवरी को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी और 04 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।

– यूपी में दूसरे चरण का चुनाव 14 फरवरी को होगा। दूसरे चरण के मतदान के लिए 21 जनवरी 2022 को नोटिफिकेशन जारी होगा और 28 जनवरी तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 29 जनवरी को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी और 31 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।

– यूपी में पहले चरण का चुनाव 10 फरवरी को होगा। पहले चरण के मतदान के लिए 14 जनवरी 2022 को नोटिफिकेशन जारी होगा और 21 जनवरी तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 24 जनवरी को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी और 27 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।

– उत्तर प्रदेश में इस बार कुल सात चरणों में विधासभा चुनाव कराए जाएंगे।

जानकारी के अनुसार, 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश विधानसभा की 403 सीटों में सिर्फ 47 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने अकेले 312 और उसके सहयोगियों ने 13 सीटें जीती थीं। वहीं, BSP को 19, कांग्रेस को 07 सीट और अन्य को 5 सीटें मिली थीं। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को भारी जीत मिली थी।

निर्वाचन आयोग राज्य में चुनाव की तैयारी के सिलसिले में पिछले कई दिनों से केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श की प्रक्रिया पूरा कर चुका है। राज्य की मतदाता सूचियों की संक्षिप्त समीक्षा भी हो चुकी है। आयोग ने राज्य सरकार से चुनाव ड्यूटी पर लगाई जाने वाले कर्मचारियों के पूर्ण टीकाकरण पर जोर दिया है।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि सभी राजनीतिक दल समय पर आगामी विधानसभा चुनाव संपन्न कराना चाहते हैं। सुशील चंद्रा ने बताया था कि पिछले दिनों उनके साथ बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने उनसे कहा कि राज्य में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय से चुनाव होने चाहिए।

सुशील चंद्रा ने 30 दिसंबर को लखनऊ में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि चंद्रा ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रति बूथ मतदाताओं की संख्या 1500 से घटाकर 1250 कर दी गई है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से पोलिंग बूथ की संख्या में 11000 का इजाफा हुआ है और अब यह कुल 174351 हो गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को छोड़कर बाकी जिलों में मतदान का समय भी एक घंटा बढ़ाया जाएगा।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि इस बार चुनाव ड्यूटी में तैनात किए जाने वाले सभी अधिकारियों का संपूर्ण टीकाकरण होना आवश्यक होगा और चुनाव से संबंधित अधिकारियों को अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का दर्जा दिए जाने संबंधी आदेश जारी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जो भी पात्र होंगे उन्हें बूस्टर डोज का प्रावधान भी किया गया है। हर मतदान बूथ कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत ही काम करेगा।

चंद्रा ने बताया कि इस बार महिलाओं को अधिक से अधिक मतदाता बनाया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 839 महिलाओं का था जो अब 868 हो गया है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में प्रदेश में कम से कम 800 मतदान केंद्र ऐसे होंगे, जहां सभी कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी महिलाएं ही होंगी। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया से जुड़े जो भी अधिकारी तीन साल से अधिक समय से किसी स्थान पर तैनात हैं, उनका ट्रांसफर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक 5000 से अधिक पुलिसकर्मियों का पहले ही स्थानांतरण हो चुका है और जो थोड़े-बहुत रह गए हैं उनका तबादला भी जल्द कर दिया जाएगा।