भागलपुर : दिल्ली, मुंबई और सूरत की ओर जाने वाली ट्रेनों में अब किन्नर नहीं दिखेंगे। रेल पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल इन्हें पकड़ लेगी। हाल के महीनों में जनरल कोच में यात्रियों के साथ जबरन छिनतई और चाकू मारकर घायल किए जाने की घटना के बाद रेलवे बोर्ड ने सभी जोन मुख्यालय को पत्र भेजकर ट्रेनों में किन्नरों के नहीं चढ़ने देने का निर्देश दिया है।
निर्देश मिलने के बाद पूर्व रेलवे मुख्यालय भी हरकत में आया है और मालदा मंडल को अविलंब इस पर रोक लगाने की बात कही है। दरअसल, लंबी दूरी जाने वाली ट्रेनों में किन्नर झुंड में सवार हो जाते हैं और जबरन पैसे मांगते हैं। पैसे नहीं देने यात्रियों के साथ र्दुव्यवहार और मारपीट तक करते हैं। स्लीपर क्लास में स्कॉर्ट पुलिस रहने के कारण मारपीट की घटनाएं नहीं होती है। लेकिन जनरल क्लास में यात्रियों के साथ जबरन पैसे छीन लेते हैं।
मजदूर तबके के यात्री रहते हैं टारगेट पर : लंबी दूरी की ट्रेन के जनरल कोच में ज्यादातर कल-कारखानों में रोजगार करने वाले सफर करते हैं। इस कारण किन्नर भी इन्हीं लोगों को टारगेट करते हैं। सीधा होने का फायदा उठाकर सभी वसूली करते हैं। किन्नर पास में छोटे चाकू भी रखकर चलते हैं। इसके बाद रेलवे ने ट्रेन में किन्नरो के प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला लिया।
रेल पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल इन्हें पकड़ लेगी। हाल के महीनों में जनरल कोच में यात्रियों के साथ जबरन छिनतई और चाकू मारकर घायल किए जाने की घटना के बाद रेलवे बोर्ड ने सभी जोन मुख्यालय को पत्र भेजकर ट्रेनों में किन्नरों के नहीं चढ़ने देने का निर्देश दिया है। निर्देश मिलने के बाद पूर्व रेलवे मुख्यालय भी हरकत में आया है और मालदा मंडल को अविलंब इस पर रोक लगाने की बात कही है।
दरअसल, लंबी दूरी जाने वाली ट्रेनों में किन्नर झुंड में सवार हो जाते हैं और जबरन पैसे मांगते हैं। पैसे नहीं देने यात्रियों के साथ र्दुव्यवहार और मारपीट तक करते हैं। स्लीपर क्लास में स्कॉर्ट पुलिस रहने के कारण मारपीट की घटनाएं नहीं होती है। लेकिन जनरल क्लास में यात्रियों के साथ जबरन पैसे छीन लेते हैं।
मजदूर तबके के यात्री रहते हैं टारगेट पर : लंबी दूरी की ट्रेन के जनरल कोच में ज्यादातर कल-कारखानों में रोजगार करने वाले सफर करते हैं। इस कारण किन्नर भी इन्हीं लोगों को टारगेट करते हैं। सीधा होने का फायदा उठाकर सभी वसूली करते हैं। किन्नर पास में छोटे चाकू भी रखकर चलते हैं। इसके बाद रेलवे ने ट्रेन में किन्नरो के प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला लिया।