नवगछिया। गंगा नदी के जलस्तर के बढ़ने व घटने के कारण इस्माईलपुर-बिंद टोली के बीच विभिन्न स्परों पर पानी का भारी दबाव बना हुआ है। स्पर संख्या पांच एन-1 का बोल्डर पीचिंग पूरी तरह से बैठ जाने के कारण अफरातफरी मची हुई है।

मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता व बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष सहित अभियंताओं की फौज दिन रात उक्त स्पर को रीस्टोर करने में लगी है। दो-तीन ठेकेदारों के द्वारा हाथी पांव, बालू भरी बोरियां व बंबो रॉल से कार्य करवाया जा रहा है। उक्त स्पर के ध्वस्त होने पर सैदपुर गांव पर दबाव बढ़ने से इनकार नहीं किया जा सकता है।

ग्रामीणों के बताया कि यदि जल संसाधन विभाग द्वारा ठेकेदार से समय पर गुणवत्ता पूर्ण कार्य करवाया गया होता तो शायद ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती। ग्रामीणों ने कहा कि करोड़ों रुपये की लागत से जल संसाधन विभाग द्वारा कटाव निरोधी कार्य करवाया गया था। इस्माईलपुर के जिला पार्षद विपिन कुमार मंडल ने बताया कि स्पर संख्या पांच एन-1 के ध्वस्त होने व डिमाहा गांव के निकट तटबंध के ध्वस्त होने की जांच उच्चस्तरीय करवाकर दोषियों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई की मांग की। वहीं बताया कि बांध के ध्वस्त होने के कारण इस्माईलपुर प्रखंड में भारी नुकसान हुआ है। परन्तु अभी तक न तो जल संसाधन विभाग के अभियंताओं पर न ही ठेकेदार पर किसी तरह की कार्रवाई की गई।

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