सोमवार को नवगछिया जीरोमाइल से गिरफ्तार हुआ था कुख्यात संजय सिंह
दियारा में दो सौ एकर जमीन पर चलती है संजय की हुकूमत
संजय के गुर्गों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने की घेराबंदी

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नवगछिया : नवगछिया कोसी दियारा क्षेत्र में अपनी हुकूमत के बल पर सैकड़ों एकड़ सिंचित भूमि पर अपना कब्जा जमा बैठा कुख्यात संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर दियारा क्षेत्र में जहां किसानों ने राहत की सांस ली है. वही दियारा में एक बार फिर खूनी संघर्ष होने की आशंका बढ़ गई है. संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस काफी सतर्क दिख रही है. संजय सिंह से पूछताछ के बाद अब उसके गिरोह पर नकेल कसने के लिए चौसा थाना की मदद से कदवा सहित अन्य थाने की पुलिस घेराबंदी कर संजय के बचे अन्य गिरोह की गिरफ्तारी की आस में है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजय की गिरफ्तारी के बाद संजय ने कई राज खोले हैं. उसने अपने गिरोह के बारे में भी पुलिस को सब कुछ बता दिया है. जिसके बाद से पुलिस लगातार रेकी कर  अन्य दियारा के अपराधियों को दबोचने की फिराक में लगी हुई है. वहीं संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर कोसी दियारा क्षेत्र में आपराधिक घटना बढ़ने की संभावना बढ़ गई है. संजय सिंह के विरोधी अब उन जमीनों पर अपनी निगाहें टिकाए हुए हैं, जिस पर संजय सिंह अपनी हुकूमत के बल पर जमीन कब्जा किए हुए था.जिसपर अब विरोधी गुटों की काली नजर है. जानकारी मिली है कि विरोधी गुट पुलिस की सहायता कर रहे हैं, ताकि वह संजय सिंह के बाद अब उसके गिरोह को भी पुलिस पकड़ लें.

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दियारा में एक बार फिर भू-माफियाओं के बीच हो सकती है बड़ी टक्कर

दियारा क्षेत्र में जमीन किसानों की हो या बिहार सरकार के नाम से,  जमीन पर न ही किसान की चलती है न ही  सरकार की.  भू माफिया सक्रिय जमीन पर रहने वाले को अपने खून का सौदा करना पड़ता है.  जिसको लेकर पूर्व में भी से कई लाशें गिर चुकी है. इसके बाद भी भू-माफिया इतने सक्रिय है की जमीन पर मालिकों का कब्जा हो पाना असंभव है. यहां तक कि जिस जमीन को किसान खेत जोत रहे हैं. उसकी फसल घर तक ले जाने में किसानों को रंगदारी स्वरूप उन भूमाफियाओं को या तो अनाज या पैसा देकर अपने अनाज को घर तक ले जाना पड़ता है. ऐसी स्थिति में कई किसान अब दियारा में अपनी खेती करने में असमर्थ है. जिसको लेकर या तो वह अपनी भूमि उन भू माफियाओं को के हाथों में कम दामों में बेच देते हैं या फिर उन्हें ही अपनी भूमि देकर उससे अनाज की मांग करते हैं.

संजय की निशानदेही पर पुलिस कर रही छापेमारी

चौसा के खोपड़िया निवासी कुख्यात संतलाल सिंह का भतीजा संजय सिंह को पुलिस ने सोमवार को नवगछिया जीरोमाइल से गिरफ्तार कर उससे पूछताछ रही है. पूछताछ के क्रम में संजय सिंह के द्वारा बताए गए ठिकानों पर पुलिस छापेमारी कर रही है. मगर अब तक पुलिस के हाथ कुछ नहीं लग सका है. मालूम हो कि संजय सिंह नवगछिया अपने चार साथियों के साथ स्कार्पियो से आ रहा था. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मगर सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि संजय के पास से कोई हथियार बरामद नहीं किया गया. अब पुलिस इसकी तलाश में है कि आखिर संजय ने अपने हथियार को कहां ठिकाना लगाया जबकि पुलिस का मानना है कि संजय बिना हथियार के नहीं चलता है. तो आखिर संजय नवगछिया आने के बाद अपने हथियार को किसे रखने दिया. पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती बनी हुई है. वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजय सिंह को नवगछिया में बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए बुलाया गया था. जिसकी गिरफ्तारी से अपराधियों की योजनाएं विफल हो गई.

शराबबंदी के समर्थन में तयारी समिति का गठन

नवगछिया प्रतिनिधि: नवगछिया संपूर्ण क्रांति मंच के अध्यक्ष श्यामल किशोर ने नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी राघवेंद्र सिंह को आवेदन देकर 21 जनवरी को शराबबंदी के समर्थन में संपूर्ण क्रांति मंच नवगछिया द्वारा कार्यक्रम में भागीदारी को लेकर आवेदन दिया. जिसमें शराबबंदी के समर्थक में संयोजित मानव श्रृंखला को सफल बनाने के लिए नवगछिया में तैयारी समिति का गठन किया गया है. जिसमें श्यामल किशोर, अध्यक्ष अशोक कुमार यादव, रामविलास सिंह, वासुदेव झा ,मनोज कुमार वर्मा , शंकर रजक , मकसूद आलम,  देवेंद्र शाह, अभिनंदन कुमार, लड्डू अंसारी, सुबोध शाह, फकीर चंद्र शाह, अरुण, प्रकाश मोदी, सुनील सिंह, अरविंद दास, कंगाली मंडल, ऋषि शंकर मिश्रा, मधुरेंद्र कुमार गुप्ता, सुरेश रजक , विनोद भगत शामिल है. वही अध्यक्ष श्यामल किशोर ने बताया कि इससे पूर्व माननीय मुख्यमंत्री द्वारा तैयारी समिति के गठन को लेकर जानकारी दे दी गई है. इसमें प्रभारी संबंधित जिला के में एक रत के माध्यम से पोस्टर, होर्डिंग, बैनर लगाकर शराबबंदी के समर्थन में प्रचार प्रसार करेंगे. ताकि अधिक से अधिक जे पी सेनानी भूमिगत आंदोलनकारी तथा अन्य लोग मानव श्रृंखला में जुड़ कर इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक रूप में सफल बनाएंगे. ताकि स्वास्थ्य एवं नए बिहार का निर्माण हो सके.