नवगछिया बार एसोसिएशन के रह चुके हैं कई वर्ष तक उपाध्यक्ष
38 वर्षों से नवगछिया कोर्ट परिसर में कर रहे थे वकालत
10 वर्षों से थे सहायक लोक अभियोजक के पद पर
न्यायालय परिसर में की गई शोक सभा

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नवगछिया : नवगछिया व्यवहार न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता संघ लोक अभियोजक विवेकानंद केसरी 68 वर्ष की मौत सोमवार की सुबह करीब 7:15 पर हो गई. घटना उस समय की है, जब वह हर रोज की तरह सुबह अपने प्रोफेसर कॉलोनी स्थित आवास से सुबह टहलने निकले थे. कड़ाके की ठंड होने से उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया जिस कारण वह अपने पड़ोसी बालेश्वर यादव के घर जाकर कुछ देर कुर्सी पर बैठ आराम कर रहे थे. तभी एकाएक कुर्सी से गिर पड़े और उनकी मौत मौके पर ही हो गई. इसके बाद सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था. अधिवक्ता विवेकानंद केसरी की मौत की खबर आग की तरह फैल गयी. नवगछिया सहित अधिवक्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई. दिवंगत के अंतिम दर्शन को लोग उनके घरों पर पहुंचने लगे. जिसको लेकर नवगछिया व्यवहार न्यायालय में सोमवार को अधिवक्ताओं द्वारा शोक सभा का आयोजन कर आज के कार्य का बहिष्कार किया व उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना भी की गयी. इस मौके पर अधिवक्ता योगेंद्र यादव, कैलाश यादव, सुनील शाह, नवीन कुमार, महासचिव जय नारायण यादव, उपाध्यक्ष नीरज झा, सत्येंद्र नारायण चौधरी, जय प्रकाश यादव, मुक्ति कुमार मधु, श्याम कुमार, श्याम सुबोध मंडल, ललन कुमार मंडल, संजीव कुमार ठाकुर, नंदलाल यादव सहित कई अधिवक्ता मौजूद थे.

38 वर्षों से कर रहे थे वकालत

वरिष्ठ अधिवक्ता दिवंगत विवेकानंद केसरी का वकालत से काफी लंबा रिश्ता है. वह 1978 में सर्वप्रथम पूर्णिया कोर्ट में वकालत प्रारंभ कर 1983 में नवगछिया व्यवहार न्यायालय आए थे. जिसके बाद से उन्होंने अपने 38 वर्षों का जीवन नवगछिया व्यवहार न्यायालय में लोगों की सेवा में दिए. इस दौरान वह कई बार नवगछिया बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पद पर रह चुके थे. उससे पूर्व वह बार एसोसिएशन के लाइब्रेरियन पद पर मनोनीत थे. उनकी बहु-आयामी प्रतिभा को देखते हुए वह पिछले 10 वर्षों से न्यायालय में सहायक लोक अभियोजक के पद पर कार्यरत थे. वकालत के साथ साथ वह स्वास्थ से भी अच्छा लगा रहता था. वह लोगों को कोर्ट में आने वाली वाले लोगों को अपने मामलों के निष्पादन के साथ साथ उन्हें बेहतर जीवन के लिए निरोग बनाने के लिए योग व स्वस्थ रहने की भी प्रेरणा दिया करते थे.

अपने पीछे छोड़ गए संपूर्ण परिवार

दिवंगत अधिवक्ता विवेकानंद केशरी अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए. उन्हें तीन बेटी और एक बेटा है. अपने जीवित में उन्होंने दो लड़की की शादी पहले ही कर दी थी. वहीं एक जो पटना में रहकर पढ़ाई करता है. वही एक बेटी जो घर में ही रहकर पढ़ाई कर रही है. वही उनकी पत्नी मीता देवी व एक भाई डॉक्टर रामानंद केसरी का रो रो कर बुरा हाल है. मालूम हो कि दिवंगत अधिवक्ता तीन भाई थे जिसमें सबसे बड़े वेदानंद केसरी, परमानंद केसरी और वह विवेकानंद केसरी सबसे छोटे भाई थे. जिसमें अब परमानंद केसरी ही जीवित है.

मंगलवार को होगा दाह संस्कार

दिवंगत अधिवक्ता की मौत के बाद पूरे अधिवक्ता संघ में जहां शोक है. वहीं परिवार के लोगों को भी बड़ा सदमा लगा है. सोमवार को उनकी मौत होने से परिवार टूट सा गया है. परिवार में उनके बाद उनका पुत्र शिवम कुमार जो इंटर की पढ़ाई पटना में रहकर 12वीं की पढ़ाई कर रहा है . उसे इस बात की जानकारी मिलने पर वह पटना से सुबह ही नवगछिया के लिए निकल चुका था.जो शाम तक नवगछिया पहुंचेगा. जिसके बाद मंगलवार को वह अपने पिता को मुखाग्नि देगा.

सामाजिक संगठन के लोगों ने जताया शोक

वरीय अधिवक्ता की मौत के बाद नवगछिया के विभिन्न सामाजिक संगठनों में भी शोक की लहर है. जिसके बाद उनके आवास पर जाकर विभिन्न लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद कुमार मंडल, आलोक कुमार सिंह, मुकेश राणा, नईम , जेम्स सहित अन्य सामाजिक संगठनों ने उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी.