गोपालपुर : गोपालपुर प्रखंड का प्रमुख बाजार सुकटिया बाजार आजादी के लगभग सत्तर वर्षों बाद भी अपनी बदहाली पर आठ -आठ आँसू बहा रहा है. कभी गल्ले की मंडी के रूप में स्थापित सुकटिया बाजार आज अपने उद्धारक की बाट जोह रहा है. बताते चलें कि यहाँ छोटी बडी दो सौ से अधिक दुकानें हैं. प्रतिदिन लाखों रुपये का कारोबार यहाँ के व्यापारी करते हैं. लेकिन बैंक की सुविधा नहीं होने के कारण यहाँ के छोटे बडे कारोबारी महाजनों से महँगे ब्याज दरों पर कर्ज लेकर कारोबार करने को विवश हैं.

यहाँ के व्यापारियों को रुपया जमा निकासी व ड्राफ्ट बनाने हेतु जान हथेली पर रखकर दस किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. सड़क के अभाव में यह बाजार टापू में तबदील हो गया है. जिस कारण सुकटिया बाजार विकास की दौड़ में दिन प्रतिदिन पिछड़ते जा रहा है. बाढ व बरसात के दिनों में सुकटिया बाजार वासियों को प्रखंड मुख्यालय आने के लिए दो किलो मीटर की दूरी की जगह पाँच किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. जबकि पिछले पाँच वर्षों से करोडों रुपये की लागत से आरसीसी पुल बनाया गया है.

परन्तु संपर्क पथ नहीं बनाये जाने के कारण प्रखंड मुख्यालय गोपालपुर से सीधा सडक मार्ग से जुड नहीं पाया है. बताते चलें कि सुकटिया बाजार सहित आसपास के दियारा के दर्जनों गाँवों की लड़कियाँ इंटर तक की शिक्षा के लिए प्रतिदिन इन्टरस्तरीय प्रोजेक्ट कन्या विद्यालय सैदपुर आती हैं जो प्रखंड मुख्यालय में स्थित है. बाढ व बरसात के दिनों में सुकटिया बाजार टापू में तबदील हो जाता है. सैदपुर में रात्रि विश्राम के दौरान पिछले वर्ष डीएम आदेश तितरमारे ने ग्रामीणों द्वारा इसकी जानकारी दिये जाने पर अपने अधिकारियों के साथ इस जीर्ण शीर्ण सडक का निरीक्षण कर इस सडक के पुनर्निर्माण का आश्वासन ग्रामीणों को दिया था.

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