गोपालपुर : पीएचसी गोपालपुर में कर्मियों के लेट से आने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. पीएचसी में आटरडोर में मरीजों का इलाज सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक निर्धीरित है. लेकिन यहाँ के कर्मचारी दस बजे दिन के बाद ही आते हैं. जिस कारण दूर दराज से आये रोगियों को काफी इंतजार करना पड़ता है.
मंगलवार को दस मंगलवार को दिन के दस बजे मात्र ड्रेसिंग रूम में ड्रेसर के रूप में कार्य करने वाले देवेन मरांडी ही दिखे. रोगियों पंजीयन कक्ष, डाटा ऑपरेटर कक्ष, लेखापाल कक्ष व प्रबंधक व लैब टैकनीशियन कक्ष के साथ दवा वितरण कक्ष बंद पड़ा हुआ था. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी लेबर रूम में प्रसूताओं के डिसचार्ज स्लिप पर हस्ताक्षर कर रहे थे. इस बारे में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा सुधांशु कुमार ने कहा कि सभी कर्मचारियों को समय पर आने का मौखिक निर्देश दिया गया है.

कडाई करने पर कई बार कर्मचारी गाली गलौज व मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं. लिखित कार्रवाई की बात पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी चुप्पी साध गये. बताते चलें कि प्रधान लिपिक भी गाली गलौज कर पिछले कई दिनों से पीएचसी नहीं आ रहे हैं. दूसरी ओर गोपालपुर व इस्माइलपुर की बीडीओ डा रत्ना श्रीवास्तव ने स्पर संख्या दो के निकट चलाये जा रहे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र इस्माइलपुर का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान दिन के बारह बजे के बाद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा राजेश कुमार पहुँचे.
बीडीओ के पूछने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा राजेश ने कहा कि मैं क्षेत्र भ्रमण के दौरान जयमंगल टोला में था. पीएचसी में एएनएम द्वारा आउटडोर चलाये जाने पर बीडीओ ने कडी आपत्ति जताते हुए कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में हर हाल में डॉक्टर के द्वारा ओपीडी में मरीजों का इलाज किया जायेगा. ना कि एएनएम द्वारा बीडीओ को यहाँ तीन डॉक्टर होने की जानकारी दी गई. बीडीओ ने बताया कि पूरे मामले की रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को दी जाएगी.