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बिहार में नीतीश कुमार सरकार में मंत्री अब्दुल जलील मस्तान की सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो पर जूते चलवाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राज्य में विपक्षी दल भाजपाने जहां सडक़ से लेकर विधानसभा तक में विरोध का झंडा बुलंद कर दिया है वहीं नीतीश कुमार ने भी अपने मंत्री के काम को गलत बताया है। जदयू ने मंत्री से इस मामले पर माफी मांगने को कहा है।
मंत्री के काम को लेकर नीतीश ने कहा- यह ठीक नहीं है, यह गलत है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि मंत्री को इस तरह के शब्दों के इस्तेमाल से बचना चाहिए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने भी इस टिप्पणी पर खेद जताया है।
यह हुआ जलील मस्तान की रैली में

दरअसल, बिहार सरकार में उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान की एक सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो पर जूते-चप्पलें चलीं। खुद मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस सभा में डकैत कहा। इस घटना का विवादास्पद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह घटना 22 फरवरी की है जब पूर्णिया जिले में मंत्री अब्दुल जलील मस्तान कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित जन वेदना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस रैली में मंत्री जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू की गई नोटबंदी की आलोचना कर रहे थे और इस फैसले से आम लोगों को भी परेशानी के बारे में जिक्र कर रहे थे। रैली में नोटबंदी को पूरी तरीके से फेल और गलत बताते हुए अब्दुल जलील मस्तान इतने उत्तेजित हो गए कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को डकैत तक कह डाला। मामला यही पर खत्म नहीं हुआ, मस्तान ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि ऐसे प्रधान मंत्री को जूते मारने चाहिए। बस फिर क्या था, मंत्री जी का आदेश मिलते ही मंच पर एक कार्यकर्ता प्रधानमंत्री की तस्वीर को लेकर आ गया और उस पर जूते और चप्पलें चलाने लगा।
बीजेपी ने जताया विरोध
इस पूरी घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनसे इस घटना के लिए माफी मांगने के लिए कहा है। भाजपा ने मंत्री के खिलाफ केस भी करने की धमकी दी है। भाजपा ने इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया।