भागलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए सैयद शाहनवाज हुसैन अपनी चुनावी पिच तैयार करने में छह माह से जोर-शोर से जुटे रहे। लेकिन चुनाव नजदीक आने के साथ एनडीए के घटक दल जदयू की झोली में यह सीट चली गई। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या शाहनवाज हुसैन की तैयार की गई चुनावी पिच पर एनडीए से जदयू के उम्मीदवार अजय मंडल बैटिंग कर सकेंगे? कारण यह है कि भाजपा से यह सीट छिन जाने के साथ ही कार्यकर्ताओं की सक्रियता कम हो गई है। अभी तक भाजपा के विभिन्न संगठनों की इकाई से लेकर आरएसएस के स्वयंसेवक भी चुनाव को लेकर सक्रिय नहीं हो सके हैं। अब तक उनलोगों के जिम्मे चुनाव को लेकर काम नहीं बांटा जा सका है। हालांकि भाजपा के दिग्गज नेता लगातार बयान दे रहे हैं कि एनडीए के उम्मीदवार के सब घटक दल मिलकर काम कर रहे हैं। जीत को लेकर हरसंभव प्रयास हो रहा है। लेकिन जदयू व भाजपा के बड़े दिग्गजों के सामने एनडीए के सभी घटक दलों के नेता व कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की बड़ी चुनौती है। इस चुनौती को कैसे और कितना दूर कर पाते हैं, यह तो आनेवाला वक्त ही बताएगा।
इस बार सीट नहीं खोना चाहते थे शाहनवाज
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन 2014 में राजद के बुलो मंडल से चुनाव हार गए थे। लेकिन इस बार वह इस सीट को खोना नहीं चाहते थे। इसलिए पिछले छह माह से वह जोर-शोर से चुनाव की तैयारी में जुट गए थे। इसके लिए उन्होंने शीला विवाह भवन में एनडीए की बैठक की थी। पिछले साल अक्टूबर में जिला स्कूल में भाजयुमो का बड़ा सम्मेलन हुअा था। इसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय भी आए थे। सम्मेलन में चुनाव की तैयारी को लेकर रणनीति बनाई गई और मंडल और पन्ना प्रमुख भी बनाए गए। सैंडिस कंपाउंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीडियो कांफ्रेंसिंग कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को जुटाया था। पटना में हाल में हुई संकल्प रैली में कार्यकर्ताओं के ज्यादा से ज्यादा शामिल होने के लिए तीन ट्रेन बुक की थी। गोराडीह में खेल का आयोजन हो या सन्हौला में प्रवचन, सबमें हिस्सा लेते रहे। डॉक्टर से लेकर मेडिकल दुकानदार और लैब टेक्नीशियन के कार्यक्रम में गए। क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ाईं, ताकि चुनाव में उसका लाभ मिल सके। लेकिन उन्होंने जो चुनावी पिच तैयार की, उस पर वह खेल नहीं पाए।
अजय के प्रचार के लिए अभी तक शाहनवाज का कार्यक्रम तय नहीं
सियासी जानकार बताते हैं कि अजय मंडल तो चुनावी पिच का तब मिल सकेगा, जब शाहनवाज हुसैन उनके प्रचार में आएंगे। लेकिन अब तक शाहनवाज के भागलपुर में आकर चुनाव प्रचार करने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। बिहार की चुनावी सभा में अभी तक उनका नाम नहीं आ सका है। फिलहाल, बंगाल में वह चुनाव का प्रचार कर रहे हैं।
पन्ना व मंडल प्रमुख को एक्टिव करना बड़ा काम
भाजपा के कार्यकर्ता अभी केवल सोशल मीडिया पर ही सक्रिय दिख रहे हैं। आरएसएस के कार्यकर्ताओं को पिछले लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को बूथ तक ले जाने की जिम्मेदारी मिली थी। लेकिन इस बार उनलोगों भी कोई काम अब तक नहीं सौंपा जा सका है। भाजयुमो के सम्मेलन में पन्ना प्रमुख को जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि उनको मतदाताओं का एक पन्ना दिया जाएगा, उसमें जितने वोटरों का नाम होगा, उसे बूथ तक पहुंचाना है। इसलिए चुनौती यह भी है कि पन्ना व मंडल प्रमुख को कैसे एक्टिव किया जाए।