बिहार के सभी गांवों में डेयरी को-ऑपरेटिव सोसायटी का गठन होगा। इस कार्य में तेजी लाने का निर्देश पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सचिव और कॉम्फेड के अध्यक्ष डॉ. एन सरवन ने संबंधित पदाधिकारियों को दिया है। सचिव की अध्यक्षता में शनिवार को कॉम्फेड की 97 वीं निदेशक पर्षद तथा 22 वीं आम सभा बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय परिसर के नये पुस्तकालय भवन में हुई।

सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि अधिकारी सरकार के सात निश्चय पार्ट 2 के अंतर्गत अगले चार साल में सोसायटी गठन के साथ-साथ दूध संग्रहण में वृद्धि, अधिक से अधिक कृत्रिम गर्भाधान केंद्रों की स्थापना, अच्छे किस्म के सुधा आहार की बिक्री बढ़ाने आदि पर विशेष ध्यान दें। बैठक में यह बात सामने आई कि लॉकडाउन, फिर अधिक बारिश और बाढ़ से दूध संग्रहण में आई कमी में अब निरंतर सुधार आ रहा है।

वर्तमान में प्रतिदिन 16.5 लाख किलो से अधिक दूध का संग्रहण किया जा रहा है। 15.5 लाख लीटर प्रतिदिन पाउच दूध की बिक्री की जा रही है। करीब 2.25 लाख लीटर के सुधा उत्पाद की बिक्री भी हो रही है। बैठक में कॉम्फेड की एमडी शिखा श्रीवास्तव, विभाग की अपर सचिव मधुरानी ठाकुर समेत दीनानाथ, शशि शेखर सिन्हा, एके अग्रवाल, विजय शंकर सिंह, संजय कुमार, उमेश राय, नागेश्वर राय, जितेंद्र कुमार, अशोक यादव, देवनारायण यादव, राजीव वर्मा आदि उपस्थित थे।

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