भागलपुर : अलीगंज में शुक्रवार को छात्र पर एसिड हमले के विरोध में छात्र संगठन विरोध जताते हुए सड़क पर उतर आए। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने शनिवार को स्टेशन चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला जलाया। साथ ही कांड में शामिल लोगों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने इसकी की निंदा की।

जिला प्रशासन का पुतला जलाया

अखिल भारतीय विद्यार्थी के कार्यकर्ताओं ने रानी लक्ष्मी बाई चौक पर जिला प्रशासन का पुतला जलाया और आक्रोश मार्च निकालकर प्रशासन के विरोध में नारे भी लगाए। कार्यसमिति सदस्य राज ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की बात हो रही है वहीं भागलपुर में की घटना शर्मशार करने वाली है। कोषाध्यक्ष प्रियंका कुमारी ने कहा कि ऐसे घटनाओं के विरोध में समाज को एकजुट होने की आवश्यकता है। नेहा कुमारी, दीपाली, अंकिता, कुणाल, करण, स्वाति पाण्डेय, प्रशांत झा, रेखा कुमारी, शुभम सिंह आदि शामिल हुए।

एनएसयूआई ने सीएम का पुतला फूंका: स्टेशन चौक पर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला जलाया। महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव अनामिका शर्मा ने कहा कि इस कांड से भागलपुर एकबार फिर कलंकित हुआ है।

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सरकार और जिला प्रशासन की सुरक्षा की कलई खोल दी है। घटना के 12 घंटे बाद भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई। एनएसयूआई संयोजक बमबम प्रीत ने नीतीश कुमार से इस्तीफा देने की मांग की। अब तो घर में रहने महिलाएं व युवतियां भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर कांड में शामिल लोगों की गिरफ्तारी शीघ्र नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। पुतला दहन में बमबम प्रीत, अनामिका शर्मा, गौतम सिंह, सन्नी कुमार, कुणाल सिंह, राजू कुमार, मोहित सिंह, चिक्कू शर्मा, बिट्ट झा, सोनम कुमार सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल हुए।

एपवा ने भी की निंदा

छात्र पर एसिड हमले की निंदा भाकपा-माले व ऐपवा के कार्यकर्ताओं ने की है। ऐपवा के जिला अध्यक्ष उषा शर्मा और भाकपा-माले के नगर प्रभारी मुकेश मुक्त ने कहा कि समाज को दहला देने वाली घटना है। इसके लिए सरकार और पुलिस प्रशासन जिम्मेवार है। कांड में शामिल लोगों की शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की।

पीड़िता के इलाज का खर्च सरकार दे: संस्था परिधि ने एसिड हमला का विरोध किया। पीड़िता को सरकारी खर्च पर इलाज करवाने की मांग की। डॉ. अजय कुमार सिंह ने पीड़िता के इलाज के मामले में प्रत्येक दिन जानकारी दे। सार्थक भरत ने कहा कि दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर सजा दें। उदय ने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया में सुधार लाया जाय।

अभाविप के कार्यकर्ताओं ने रानी लक्ष्मी बाई चौक पर प्रशासन का पुतला फूंका कांड में शामिल युवकों को गिरफ्तार करने की मांग

कहलगांव में भी घटना के विरोध में किया पुतला दहन

कहलगांव : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कहलगांव इकाई के सदस्यों ने भागलपुर के अलीगंज गंगा बिहार कॉलोनी में घर में घुसकर अपराधियों द्वारा 12वीं कक्षा की छात्र को एसिड से नहलाने की घटना एवं बढ़ती आपराधिक घटनाओं के खिलाफ प्रशासन का पुतला फूंका। परिषद कार्यालय से जिला पुलिस प्रशासन का पुतला लेकर प्रशासन की निष्क्रियता के विरोध में नारेबाजी करते हुए एवीबीपी कार्यकर्ताओं जुलूस निकाला और कहलगांव स्टेशन चौक पर पुलिस प्रशासन का पुतला दहन किया। पुतला दहन का नेतृत्व परिषद के नगर मंत्री खुशबू कुमारी कर रही थी। परिषद के प्रदेश कार्य समिति सदस्य रविभूषण ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि छात्र पर हुए एसिड अटैक की घटना ने भागलपुर को शर्मसार कर दिया है। हत्या, दुष्कर्म, लूट, डाका, छेड़खानी की घटना में लगातार वृद्धि हो रही है।

अलीगंज में लोगों ने किया उग्र प्रदर्शन

भागलपुर : नाबालिग छात्र को एसिड से नहलाने का मामला तूल पकड़ गया है। इस घटना के विरोध में शनिवार को अलीगंज चौक के पास बांस-बल्ला लगा लोगों ने शाम 6:30 बजे भागलपुर-दुमका मार्ग को जाम लगा आवागमन बाधित कर दिया। जगह-जगह टायर जलाकर लोगों ने गुस्से का इजहार किया। सूचना मिलने पर बबरगंज थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटाने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारी दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी करने, सजा दिलाने की दिशा में प्रशासन द्वारा कारगर पहल करने, एसिड पीड़ित छात्र के परिजन को 50 लाख रुपये मुआवजा देने, सरकारी खर्च पर देश के सबसे अच्छे अस्पताल में छात्र का बेहतर इलाज कराने की मांग कर रहे थे। हालांकि साढ़े सात बजे के बाद जाम हटा लिया गया।

इस दौरान भागलपुर-दुमका मार्ग, अलीगंज-बबरगंज रोड समेत दक्षिणी क्षेत्र में आवागमन बाधित रहा। इसका असर शहर के अन्य इलाकों पर पड़ा। इशाकचक से भीखनपुर आरबीएसएस रोड में ढाई घंटे तक जाम लगा रहा। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस सक्रिय हुई। इसके बाद रात साढ़े आठ बजे के बाद जाम हटा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि अविलंब हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। प्रशासन के खिलाफ आंदोलन चलेगा।