नवगछिया: आज देश में युवाओ की संख्या 55 प्रतिशत है युवा चाहे तो देश का काया कल्प होकर स्वर्णिम भारत की रचना कर सकते है । उन्हे सिर्फ अपनी शारीरिक और मानसिक क्षमता का जनहित में सदुउपयोग करने की आवश्कता है उक्त बाते शिव प्राण मैटी मिशन ऑफ इंडिया के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर बोलते हुए मैटी इलेक्ट्रो होम्यो पैथिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल नारायणपुर के प्राचार्य डॉ. सुभाष कुमार विद्यार्थी ने कहा । डॉ. विद्यार्थी ने कहा की स्वामी विवेकानंद अपने सादा जीवन उच्च विचार एवं राष्ट्र भक्ति के बल पर ही 1848 ई. में शिकागो के धर्म सम्मेलन में पूरे विश्व में भारत को गौरवपूर्ण स्थान दिलाया । हम युवाओं को स्वामी जी को अपना आदर्श मानकर सदैव चलने की आवश्यकता है । इस अवसर पर सेवानिवृत्त शिक्षक महेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा की स्वामी विवेकानन्द जो बचपन का नरेंद्र था वो आज गुरु भक्ति आत्मनिष्ठ, त्याग, साधना और देश भक्ति के बल पर विश्व का महानायक बन गया हमें उनके आदर्शों को अपने जीवन मे अपनाना चाहिये । सीताराम साह ने कहा की वर्तमान समय में स्वामी जी के आदर्शों की काफी प्रँगिकता है स्वामी जी अपनी विक्षनता एवं विनम्रता के बल पर एक आदर्श युवा कहलाये । आज सभी युवाओं को उनके जीवन से सीख लेनी चाहिये आज हर समाज में स्वामी विवेकानन्द जैसे युवाओं की ज़रूरत है । इस अवसर पर मो. इंसान अली, चंद्रशेखर यादव, गोपाल कुमार भारती, पप्पू पोद्दार, रमेश साह, शिवराज कुमार, ओमप्रकाश गुप्ता, पंकज कुमार गुप्ता, डॉ. सुधांशु कुमार, पुष्पराज कुमार, त्रिवेणी देवी, अरुणा देवी आदि ने अपने विचार रखते हुए स्वामी जी को युग पुरुष बताया एवं इनके विचारों को जीवन मे अपनाने पर बल दिया ।
सभागार: गौरव कुमार