ढोलबज्जा : नवगछिया प्रखंड के कोसी पार अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ढोलबज्जा व प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र कदवा प्रतापनगर भगवान भरोसे हीं चल रहे हैं. ढोलबज्जा के स्वास्थ्य केन्द्र सिर्फ एक जोर्जिना मिन्ज ‘ए एन एम’ व मेघनाथ मेहतर ‘स्वीपर’ के सहारे चल रहे हैं. यही दोनों मिलकर खुद रोगी को देखते, दवाई लिखते और देते भी हैं. जबकि यहाँ डॉ० बिरेन्द्र कुमार समेत कुल पदस्थपित कार्यरत पदाधिकारी एवं कर्मचारियों की संख्या सात हैं. मेघनाथ मेहतर ने बताया यहाँ डॉक्टर तीन दिन ही रहते हैं। बॉकी काम हम दोनों को हीं देखना पडता है. अस्पताल उसी तरह खुली मैदान के बीच बिना चारदिवारी के हीं हैं. जहां दिन भर डॉ तो नहीं मुख्य गेट पर कुत्ते बैठे, बकरी, घोडे विचरण कर चरते व नन्हें-मुन्ने बच्चे धूल उडाते रहते हैं. बाहर महीनों से दोनों चपाकल खराब पडे हैं. इन सब का कोई सूद लेने वाला नहीं है. उधर उप स्वास्थ्य केन्द्र कदवा प्रतापनगर तो पुरी तरह बदहाल हीं बने हुए हैं. जिसमें रोगी तो नहीं पहुंचते सिर्फ़ जानवर विचरते रहते हैं. अस्पताल परिसर जंगल-झाडियों से व घोडे बकरियों की मल-मूत्र से भरा है। जहाँ बदबू आ रहा था. कई ग्रामीणों से पूछने पर बताया यहाँ कभी भी डॉक्टर समय पर नहीं आते-जाते व रहते हैं. जिसके कारण यहाँ रोगी नहीं पहुंते। यदि किसी दिन 11बजे आए तो 2 बजे चले जाते हैं. लचार व बेवस बिमार लोगों को नवगछिया या भागलपुर की ओर रूह करना पडता है। कदवा का दौरा करने आए मननीय सांसद महोदय शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल को भी कई बार यहाँ के लोगों ने इस बात से अवगत कराते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सातों दिन अच्छे चिकित्सकों को देने व इसमें सुधार करने की मांग किया गया था. जिसमें उन्होंने इस समस्या से निजात दिलाने का आश्वासन दिया था जो आज-तक कुछ नहीं हो पाया. इससे लोग निराश हैं.

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