
पति को मुखाग्नि देकर मिसाल बनी रीना कुमारी, ससुराल वालों के इंकार के बाद खुद निभाई अंतिम जिम्मेदारी
नारायणपुर। प्रखंड के बलहा गंगा घाट पर गुरुवार की शाम एक भावुक दृश्य देखने को मिला, जब भवानीपुर गांव की रीना कुमारी ने अपने पति रंजीत कुमार का स्वयं अंतिम संस्कार किया।
ससुराल पक्ष के किसी भी सदस्य के न पहुंचने और देवरों द्वारा मुखाग्नि देने से इंकार करने के बाद रीना को यह कठिन जिम्मेदारी खुद उठानी पड़ी।
एक दिन पहले हादसे में गई थी जान
रंजीत कुमार की मौत बुधवार को एक गड्ढे में डूबने से हो गई थी। पति की मृत्यु के बाद रीना पूरे दिन शव के पास बैठी ससुराल पक्ष के लोगों का इंतजार करती रहीं। लेकिन जब कोई नहीं आया, तो उन्होंने गांववालों की मदद से शव को बलहा गंगा घाट तक पहुंचाया।
सभी रस्में निभाकर खुद दी मुखाग्नि
रीना ने अपने पति का अंतिम संस्कार पूरी रीति-रिवाज से किया और स्वयं चिता को मुखाग्नि दी। गांव के लोगों ने इस दौरान उनका साथ दिया और रीना की हिम्मत की सराहना की।
ग्रामीणों ने जताई सहानुभूति, ससुराल वालों से नहीं मिला साथ
रीना की मजबूरी और साहस देखकर ग्रामीण भावुक हो उठे। उन्होंने रीना के साहस को “एक महिला की अटूट निष्ठा और आत्मबल” का प्रतीक बताया।
रीना कुमारी ने कहा —
“पति के मरने की सूचना हमने ससुराल वालों को दी। पुलिस प्रशासन ने भी खबर पहुंचाई, लेकिन कोई नहीं आया। आखिरकार मजबूरन मुझे ही मुखाग्नि देनी पड़ी।”
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