ढोलबज्जा : नवगछिया प्रखंड के कोसी पार कदवा पहुंच कर, मंगलवार के दिन करीब नौ बजे यूपी के बस्ती जिले से आए फॉरेस्ट कॉन्सेरेटर कार्तिक कुमार सिंह ने अति विलुप्त हो चूके पक्षीराज गरुड को देख उनके प्रजनन स्थल का सर्वेक्षण किया. साथ में भागलपुर के डॉ० राजीव कुमार, टीएनबी के जन्तु विज्ञान डॉ० डीन एन चौधरी, शिक्षक सुधीर कुमार मंडल, मंदार नेचर क्लब के रीसर्च वर्कर जयनंदन कुमार के साथ अन्य लोग भी शामिल थे. जानकारी मिलते हीं कदवा ओपी पुलिस के साथ सतीश प्रसाद मंडल ने मौके पर पहुंच कर सुरक्षा प्रदान किया. गरुड को देखने दुसरे राज्य से आए हुए श्री सिंह ने कहा- दुनियां की बहुमुखी चीज बिहार के इस धरती पर है. इस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. यहाँ यह पक्षी काफी सुरक्षित हैं. डॉ० चौधरी ने कहा- पूरे विश्व में गरुड की संख्या करीब 1500 -1600 हैं. जिसमें आधा से अधिक कदवा में हीं है. यहाँ के लोग गरुड को अपने परिवार की तरह संरक्षण दिए हुए हैं. वहीं राजीव कुमार ने कहा- यहाँ पर इस तरह की पक्षी को प्रचुर मात्रा में भोजन, पानी व सुरक्षा मिलने से ही पाये जाते हैं. सरकार व पब्लिक का जबतक संरक्षण नहीं मिलेगा, तबतक कुछ नहीं होगा. इनके लिए सभी को गंभीर होना चाहिए. सभी ने मवि खैरपुर कदवा होते हुए गंगानगर के रास्ते बगडी टोला कदवा तक भ्रमण कर, पीपल, कदम्ब, शेमल व गम्हाड के पेडों पर बैठे गरुड का दूर्वीन से सर्वेक्षण करते हुए फोटो ग्राफी की. इस तरह के दर्शनाभिलाषी को देख कदवा के ग्रामीणों में काफी उत्सुकता देखने को मिली. यहाँ के लोगों में उम्मीद जग रही है कि आनेवाले दिनों में इस गरुड के माध्यम से इलाके के लोगों को एक अच्छा फ्यूचर मिलेगा.