पटना : उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि सुशील मोदी जी मेंटली रिटायर्ड हो चुके है। बहुत ही बचकाना और फरेबी बातें कर रहे है। इतने लंबे राजनीतिक अनुभव वाला व्यक्ति ऐसी अज्ञानी बातें कैसे कर सकता है। शायद यही कारण रहा होगा कि वो इतने दशकों में केवल कुछ ही वर्ष मंत्री रहे और इन्हीं कारगुजारियों की वजह से इन्हें अथवा इनकी पार्टी को 2013 में दूध में मक्खी की तरह निकाल कर सरकार से बाहर कर दिया गया था।
मुझे ताज्जुब हो रहा है पता नहीं सुशील मोदी जैसे अज्ञानी व्यक्ति कैसे 8 साल सरकार के खजाना मंत्री रहे। इतने साल राजनीति में रहने के बावजूद इनको राज्य सरकारो द्वारा अंतरराष्ट्रीय वितीय संस्थानों से लोन लेने की प्रक्रिया भी नहीं पता। अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से लोन लेने से पहले केंद्र सरकार के सम्बंधित विभाग और मंत्रालय की अनुमति लेनी पड़ती है। उसके बाद ही उस वितीय संस्थान और राज्य सरकार के बीच एग्रीमेंट होता है।
दरअसल बिहार सरकार एशियन डेवलपमेंट बैंक से राज्य में 650 किलोमीटर लंबी सड़कों का कॉरिडोर बनाने के लिए एग्रीमेंट की प्रक्रिया आगे बढ़ा रही है। जिसमे कुल प्रोजेक्ट की 70% लागत ADB के लोन और 30% राज्य सरकार अपने संसाधनों से वहन करेगी। बाद में यह लोन बिहार सरकार ने ही चुकता करना है। लेकिन ये महोदय जनता को भर्मित कर कह रहे है कि सब केंद्र सरकार कर रही है। इनको जानकारी का घनघोर अभाव है। केंद्र सरकार किसी पर कोई अहसान नहीं कर रही है यह नियमित प्रक्रिया है। वैसे सुशील मोदी जी इतना अल्पज्ञान तो आपको होगा ही कि केंद्र सरकार को पैसा राज्यों से ही मिलता है।
एक पल के लिए आपके तर्क पर जाऊँ तो जब 8 साल आप सरकार में थे उस वक़्त बिहार में जो विकास कार्य हुए तो उसका सारा श्रेय तत्कालीन UPA की केंद्र सरकार को जाना चाहिए। है कि नहीं? इसका मतलब आप क्या झाल बजा रहे थे? उस वक़्त केंद्र प्रायोजित अनेकों योजनाओं में केन्द्रांश 90% फीसदी होता था जो आपकी अपनी मोदी सरकार ने घटाकर 60 फीसदी कर दिया है।
हमारे खिलाफ कुछ भी बोलने से पहले आपको अच्छे से होमवर्क कर लेना चाहिए। पहले वाला जमाना नहीं रहा। आशा है भविष्य में सोच समझ कर अपनी बातें रखेंगे, आपकी पीड़ा को समझ सकते है, बीजेपी को आपके साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए।