नीतीश सरकार ने जो पटना नाव हादसे की जांच के लिए कमिटी बनाया हैं उस पर राजद के वरिष्ठ नेता और विधायक भाई वीरेंद्र ने सवाल उठायें थे. उन्होंने मीडिया से कहा था कि इस हादसे के लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार है तो फिर इस कमेटी में डीएम संजय अग्रवाल को कैसे शामिल किया है. उन्होंने कहा था कि जांच में उनके शामिल होने से जांच की पार्दशिता प्रभावित हो सकती है.

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राजद विधायक ने जो बाते कही थी वो सच साबित हो रही है हर बार की तरह इस बार भी लीपापोती का खेल चालू हो गया है अधिकारी हादसे के लिए दियारा में लगे जिस डिजनीलैंड मेले का हवाला दे रहे हैं वह चालू ही नहीं हुआ है साथ ही साफ और स्पष्ट शब्दों में लिखा है जल्द आ रहा है डॉलफिन आइलैंड एमयूजमेंट पार्क सांस्कृतिक कार्यक्रम और बच्चों के मनोरंजन के लिए.

इसके बारे में यह तर्क दिया जा रहा है की डिजनीलैंड मेले में अत्याधिक भीड़ होने के वजह से यह घटना हुआ है जबकि सच्चाई यह है कि डिजनीलैंड मेला चालू नहीं हुआ था और उसके सारे गेट बंद थे. इस मामले में जांच पड़ताल में पहुंची ईटीवी की टीम ने डिजनीलैंड मेले को आधा अधूरा है जबकि मौके पर पहुंची सारण प्रशासन के अधिकारी अनुपस्थिति का बहाना बनाते रहे तो कोई जांच का इससे साफ़ है कि इसमें भी पहले के जांच की तरह रिपोर्ट आये तो कोई बड़ी बात नहीं होगी.