नारायणपुर – प्रखंड के माध्यमिक उच्च विद्यालय नारायणपुर में बुधवार को विद्यालय के पुराने जर्जर भवन के छत का चट्टा गिरने से शिक्षक रामानंद पासवान बाल बाल बचे. ग्यारह कमरे का बिधालय का भवन व बरामदा काफी जर्जर स्थिति में है जो बराबर कभी कमरा मैं तो कभी बरामदे पर भवन का चट्टा गिरते रहते हैं. और शिक्षक समेत छात्र जख्मी हुए हैं. भवन की ऐसी स्थिति है कि कभी भी बड़ी घटना हो सकती हैं. विद्यालय के संबंध में मुखिया संघ अध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने भी कई बार इस मुद्दा को लेकर आवाज उठाया व वरीय पदाधिकारी समेत सांसद व विधायक की ध्यान आकृष्ट करवाया.
शिक्षक रामानंद पासवान ने बताया कि कार्यालय से घंटी लगाने पर पढ़ाने के लिए कक्षा में जा रहा उसी समय बरामदे का छत गिरा. जिससे मैं बाल बाल बचे. छात्र सुमन, सौरभ, बिट्टू, कौशल, रितु, निशा, नेहा, पूजा, कविता सहित अन्य छात्रों ने कहा कि हमलोग पहले भी जर्जर भवन के छत गिरने से कई बार घायल हो चुके हैं अगर कोई बड़ी हादसा हुई तो इसका जिम्मेदार विद्यालय प्रसाशन होगी विद्यालय को तोड़ कर दुसरा नया भवन नहीं बनाया गया तो हमलोग जिला पदाधिकारी के विरूद्ध आंदोलन करेंगे.
प्रधानाध्यापक शिवेश झा ने बताया कि नवम् एवं दसवीं कक्षा में दोनों मिलाकर लगभग पंन्द्रह सौ छात्राओं से ज्यादा हैं.जिसमें छात्राओं को जर्जर भवन में क्लास लेना मजबुरी है.जर्जर भवन को फिर से बनवाने को लेकर कई बार जिला पदाधिकारी, शिक्षा पदाधिकारी, अनुमंडलीय पदाधिकारी को भी आवेदन दिया गया.लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है. जनप्रतिनिधियों को भी इस भवन को दिखाया गया. कुछ सहयोग नहीं मिल रहा है.