पटना : कहते हैं कि कुदरत के करिश्मा के आगे हर कोई नतमस्तक हो जाता है कुदरत कब क्या दिखा दे कोई नहीं जानता कभी-कभी ऐसी नवजात शिशु को इस धरती पर बना कर भेज देता है जिसे देख हर कोई चक्कर खा जाता है और अचम्भा के सिवाय उसके पास सोचने का कोई और रास्ता नहीं होता है बिहार के पटना जिला अंतर्गत पालीगंज में कुछ दिन पहले ऐसी ही बच्चे ने जन्म लिया जिसे लोग एलियन कहने लगे थे.
अब कुछ ऐसा ही वाकया राजस्थान के सिकर जिला मुख्यालय स्थित एक अस्पताल में हुआ है जिसे देख हर कोई सकते में हैं और कुदरत के करिश्मा मान कर लोग देखने के लिए मजबूर हैं. सीकर के एसके अस्पताल में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया जो हू-ब-हू मछली की तरह लग रहा था जिससे यह बच्चा चर्चा का विषय बन गया है.

राजस्थान के झुंझुनूं जिले के चिराना गांव में एक महिला को 25 जनवरी को प्रसव पीड़ा के उपरान्त उसे सीकर के एसके अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां शाम में उसने बच्चे को जन्म दिया लेकिन यह क्या बच्चा पूर्ण रूप से न तो लड़का था न ही लड़की बल्कि उसके कमर के नीचे का पूरा हिस्सा पूर्ण रूप से विकसित ही नहीं हो पाया था.
उसके दोनों पैरों के जगह मछली के शरीर के पिछले आकृति के समान बना हुआ था जिसके कारण इसे डॉक्टरों ने इसे मछली के समान करार दे रहे थे मगर यह बच्चा मात्र दो घंटे ही जिन्दा रहा पाया. इस बच्चे को जन्म लेते ही सांस लेने की तकलीफ होने लगी जिसके कारण इसे डॉक्टरों ने एफबीएनसी वार्ड में भर्ती किया लेकिन दुःख इस बात का रहा कि डॉक्टर भी इसे नहीं बचा सके.