आज “घनश्याम सर ” से मिलने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है जिनके साक्षात्कार से रु-बरु कराने का मौका मुझे मिला है |
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!घनश्याम प्रसाद यह वह नाम है जिसने नवगछिया में खेल की दुनिया में अपने अदभुत साहस और लग्न के बल पर भागलपुर जिला में अपना कृतीर्मान स्थापित किया जब भी खेल की बात हो तो पहला नाम घनश्याम प्रसाद आता है उनका जन्म २५ जनवरी १९७५ई० में उत्तरप्रदेश के अयोध्या में जन्म हुआ था जन्म के करीब एक साल बाद उनका परिवार नवगछिया राजेद्र कॉलोनी आ गया उनके पिता जी व्यवसायिक थे उन्होंने दसमी की पढाई नवगछिया हाई स्कूल से प्राप्त की | आगे उन्होंने इंटर और स्नातक बनारसी लाल कॉलेज नवगछिया से किये | १९९२ई० में कराटे क्लास से जुड़े और एक साल का प्रशिक्षण प्राप्त किया और धीरे-२ उनका रूचि बढता गया लेकिन प्रशिक्षण में व्यवस्था और सही निर्देश ना मिलने के कारण हमेशा उनके दिमाग के अंदर कुछ ना कुछ चलता रहता था इस बीच हिंदुस्तान पत्रिका में ताइक्वांडो का आलेख छपा मिला फिर उन्होंने पटना शाखा से सम्पर्क कर कटिहार के कोच जय प्रकाश शर्मा को नवगछिया में प्रशिक्षण देने हेतु मना लिया फिर उनके मार्ग दर्शन पर उन्होंने प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया बीच-२ में कई लोगो से मार्ग दर्शन मिलने लगा और कठिन प्रयास के बाद जाकर २०००ई० में ब्लैक बेल्ट की डिग्री प्राप्त की| खेल में रूचि रहने के कारण उनके द्वारा नवगछिया हाई स्कूल में प्रशिक्षण देने का कार्य शुरू कर दिया गया | २००३ई० में नेशनल रेफरी की परीक्षा उतीर्ण होने के बाद संघ की तरफ से भागलपुर ताइक्वांडो संध का प्रभारी के साथ साथ महासचिव न्युक्त किया गया|
उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा लगभग ५००० हजार छात्र को प्रशिक्षण दिया गया है जिसमे १२ राष्टीय और २०० राज्य स्तरीय खेलो में खेले है सफलतम सेकरो छात्र/ छात्रा सरकारी सेवा में योगदान दे रहे है जिसमे मुकेश कुमार (आर्मी), रवि रंजन (आर्मी), प्रीतम कुमार (एस० टी० अफ़०), रवि कुमार (सी० आर० पी० अफ़०) इत्यादि में कार्यरत है |
योगदान (अन्य खेलो) : उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा क्रिकेट, कैरम, बोकसिंग, कुश्ती, सोफ्ट बौ़ल खेलो को भी प्रोत्साहन दिया जिसमे कई खिलाड़ी राष्टीय और अंतर राष्टीय स्तर पर खेले है जिसमे संतोष कुमार (बंगलादेश), अनुराग कुमार इत्यादि है
प्रयास : उन्होंने बताया कि मई तक नवगछिया में एक्लव्य ताइक्वांडो प्रशिक्षण केन्द्र खुलने जा रहा है जिसमे सरकार के द्वारा रहने, खाने और चिकित्सा की सुविधा बिहार सरकार के द्वारा की जायेगी |
नवगछिया में खेल का विकास में उनका एक अतुलनीय योगदान रहा है उनके शिष्य जेम्स के द्वारा जानकारी दी गयी कि घनश्याम सर का खेल युवा खिलाड़ियों के लिए मिसाल है और खेल प्रेरणा। घनश्याम सर के नाम कई रिकॉर्ड नवगछिया में दर्ज २०१३ में नवगछिया अनुमंडलाधिकारी के द्वारा खेल संयोजक के रूप में सम्मानित भी किया गया है।
मै कोशिश करता रहूँगा कि आगे भी आपको नवगछिया के विकास में योगदान देंने वालो से आपका रु-ब-रु करवाता रंहू | एक प्यारा प्रयास आपको समर्पित |