खरीक : कोसी नदी के जल स्तर में लगातार हो रही कमी से खरीक प्रखंड के चोरहर चौक के समीप कोसी नदी रौद्र रूप धारण कर लिया है.काली मंदिर के ठीक पीछे भीषण कटाव शुरू हो जाने से मंदिर के नीचे की बुनियाद की जमीन  खिसकने लगी है. रफ़्तार तेज होने की वजह से मंदिर के नीचे की मिट्टी तीब्र बहाव के कारण करीब पाँच फीट गहरा होल बन गया है. कोसी कटाव तेज हो जाने से वर्षों पूर्व बने हिन्दू धर्मावलम्बी श्रद्धालुओं के आस्था का केन्द्र चोरहर काली मंदिर के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने लगे है जिससे  ग्रामीण चिंचित और परेशान है. एक सप्ताह से हो रहा है कटाव खरीक के चोरहर काली मंदिर का बीते एक  सप्ताह से लगातार कटाव जारी रहने से तटीय इलाकों में रह रहे लोगों में दहशत व्याप्त है. दरकने लगी है मंदिर की दीवार मंदिर के पीछे भीषण कटाव शुरू हो जाने से काली मंदिर की दीवारें दरकने लगी है. जिस रफ़्तार से कोसी कटाव जारी है उससे ग्रामीणों को लगने लगा है कि बहुत जल्द ही चोरहर काली मंदिर का अस्तित्व सदा के लिए समाप्त हो जाएगा. ग्रामीणों ने सांसद और पदाधिकारियों को त्राहिमाम सन्देश भेज कर कटाव रोकने की गुहार लगाई है. मंदिर बचाने की दिशा में ग्रामीणों ने की पहल चोरहर काली मंदिर में हो रहे कटाव  को नियंत्रित करने के लिए जल संसाधन विभाग के अधिकारियो द्वारा  संज्ञान नहीं लेने से नाराज चोरहर के युवाओं ने अपने स्तर से बांस बल्ले की जुगार कर मंदिर बचाने की पहल शुरू कर दी है.

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क्या कहते हैं ग्रामीण—

चोरहर के ग्रामीण प्रवीण यादव शिव चरण पासवान मुन्ना ठाकुर शंकर शर्मा  जय किशोर साह राजेश पंडित ने बताया की चोरहर के समीप भीषण कटाव शरु हो गया है.जिससे मंदिर के अस्तित्व पर संकट है.मंदिर बचाने और भीषण कटाव को नियंत्रित करने के लिए विभाग अविलंब बचाव कार्य शुरू करें अन्यथा हम लोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे.

क्या कहते है अधिकारी

जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियन्ता सियाराम पासवान ने कहा कि चोरहर के समीप हो रहे कोसी कटाव को रोकने के लिए मुकम्मल इंतजाम किया जाएगा.