पांच फरवरी के बाद से ट्रैफिक बंद होना शुरू हो जायेगा भागलपुर : विक्रमशिला सेतु पर अगले सप्ताह, पांच फरवरी के बाद से ट्रैफिक बंद होना शुरू हो जायेगा. पहले चरण में कुछ घंटों के लिए और दूसरे चरण फरवरी के अंत से पूरी तरह ट्रैफिक को रोक दिया जायेगा. सेतु की मरम्मत का काम पुल निर्माण निगम ने शुरू करा दिया है. वर्तमान में सेतु की सड़क को उखाड़ा जा रहा है. पहले चरण में सेतु के ज्वाइंट एक्शपेंशन की बदली होगी. रेलिंग के टूट-फूट काे ठीक कराया जायेगा. पिलर दुरुस्तीकरण और इसके फेरीवाल बनाने का काम होगा. दूसरे चरण में बॉल बेरिंग और शॉकर बदली होगा. यह कार्य रख-रखाव का अंतिम चरण होगा. जो स्लैब को उठाये बिना संभव नहीं है.
स्लैब उठाने से पहले ट्रैफिक को पूरी तरह से रोकना होगा. जिला व पुलिस प्रशासन से ट्रैफिक रोकने की अनुमति ली जायेगी. रख-रखाव का काम मुंबई की रोहरा रेबिल्ड एसोसिएट से करायी जा रही है. सेतु की रख-रखाव पर लगभग 14.35 करोड़ रुपये खर्च होंगे. बॉल बोरिंग बदलने से ऊंची होगी सेतु सेतु की मरम्मत के दौरान इसके बॉल-बेरिंग बदले जायेंगे. इससे सेतु की ऊंचाई बढ़ जायेगी. एक स्लैब दूसरे के पोजिशन में आ जायेगा. वर्तमान में यह एक-दूसरे के पोजिशन में नहीं है, जिससे सड़क कहीं ऊंची, तो कहीं नीचे है. यह होंगे कार्य -एक्सपेंशन ज्वाइंट का बदली -रेलिंग की मरम्मत -पिलर दुरुस्तीकरण -पिलर के फेरीवाल का दुरुस्तीकरण -नया बेरिंग लगाने का काम -सड़क का निर्माण -शॉकर बदली विक्रमशिला सेतु एक नजर में : शिलान्यास : 15 नवंबर 1990 कार्य प्रारंभ : 05 अप्रैल 1991 कार्य समापन : 30 जून 2001 पुल का उद्घाटन : 23 जुलाई पुल की लंबाई : 4.40 किमी स्पैन : 67 उत्तरी पहुंच पथ की लंबाई : 09 किमी दक्षिणी पहुंच पथ की लंबाई : 1.60 किमी पुल पर सड़क की चौड़ाई : 7.50 मीटर फुटपाथ की चौड़ाई : 57 मीटर (दोनों ओर) लागत : 167.58 करोड़ रुपये सेतु की मरम्मत का काम शुरू है. काम के दौरान कोशिश रहेगी कि कम से कम समय के लिए ट्रैफिक बाधित हो, लेकिन बॉल-बेरिंग बदलने के लिए जब स्लैब उठाना पड़ेगा, तो कुछ दिनों के लिए ट्रैफिक पूरी तरह से बंद रहेगा. ट्रैफिक मुद्दे पर स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारियों की सहमति ली जायेगी. सुरेंद्र यादव, डिप्टी चीफ इंजीनियर (साउथ बिहार), पुल निर्माण निगम, पटना