केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है कि भागलपुर में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के लिए टेंडर की प्रक्रिया हो चुकी है। मई के अंत तक भूमि-पूजन हो जाएगा। पटना और गया में जून के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।
चौबे ने रविवार को परिसदन में भागलपुर, गया और पटना के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के कार्य और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत होनेवाले कार्यों की समीक्षा की।
मंत्री ने कहा कि भागलपुर में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल खुलने से कोसी क्षेत्र और झारखंड के गरीब मरीजों को इलाज में सुविधा होगी। इसके लिए ढाई सौ करोड़ रुपए दिये गये हैं। भागलपुर में एकल टेंडर हुआ है। उसे ही काम करने की अनुमति दी जाएगी। मिट्टी की जांच हो चुकी है। पांच एकड़ जमीन में हॉस्पिटल बनाया जाएगा। गया में टेंडर निकलने वाला है। पटना में जमीन का मामला फंसा हुआ है। अन्य जिलों में भी पीपीपी के तहत इस तरह का सेंटर खोलने की योजना है।
मंत्री ने कहा कि भागलपुर में छह महीने के अंदर टाटा ट्रस्टी के सहयोग से भागलपुर मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में कैंसर की जांच की व्यवस्था होगी। इसके अलावा रेडियोथेरेपी-कीमोथेरेपी की व्यवस्था होगी। अब कैंसर के मरीजों को जांच के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इसके लिए टाटा ट्रस्टी बिहार सरकार से एमओयू करेगा। प्रथम चरण की जांच की व्यवस्था अन्य जिलों में भी की जायेगी।