भागलपुर: हबीबपुर थाना क्षेत्र के आंबे पोखर इलाके में गुरुवार को अचानक हनुमान मंदिर तोड़ने की अफवाह फ़ैल गयी। देखते ही देखते दोपहर 12 बजे तक इलाके के सैकड़ों लोग आंबे पोखर के आसपास जुट गए । इस बात की सुचना मिलये ही हबीबपुर थाना इंस्पेक्टर इंद्रजीत बैठा व जगदीशपुर अंचलाधिकारी निरंजन कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँच गए।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!स्थानीय लोगों के मुताबिक गुरुवार सुबह अंबे पोखर के बीचों बीच बने टापू पर हनुमान मंदिर में 50 साल पुरानी बजरंगबली की खंडित मूर्ति को हटाकर नए मूर्ति की स्थापना की जा रही थी।
इसी बीच वहां मौजूद दूसरे पक्ष के लोगों ने इसका विरोध किया। जिसके बाद दूसरे पक्ष के लोगो द्वारा मंदिर तोड़े जाने की अफवाह फैल गयी और लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। मौके पर पहुंचे सीओ ने सदर एसडीओ घटनास्थल पर बढ़ रहे तनाव की सुचना दी और मामले को शांत करने के लिए ज्यादा पुलिस बल की मांग की । देखते ही देखते मौके पर मोजाहिदपुर, तातारपुर, कजरैली, विश्वविद्यालय, ललमटिया, इशाकचक, आदमपुर समेत सभी थानों की पुलिस मौके पर पहंचने लगी। वहीँ सादर एसडीओ कुमार अनुज और सिटी डीएसपी सहरियार अख्तर ने मोर्चा संभाला। सदर एसडीओ ने माइकिंग कर लोगों को सय्यम बरतने की चेतावनी दी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि यह मंदिर बिहार सरकार की जमीन पर अवैध तरीके से बनायी गयी है और इसे हटाकर बूढ़ानाथ मंदिर में स्थापित किया जायेगा। जिसके बाद सैंकड़ों लोग और उग्र हो गए और जय श्री राम , जय बजरंगबली के नारे लगाने लगे। मंदिर समर्थकों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी।
इलाके में अंबे पोखर की तरफ और पोखर के पार एतवारी हाट और कोयरी टोला में लोगों का हुजूम बढ़ता चला गया साथ ही नारेबाजी भी तेज होती चली गयी। इतने में सदर एसडीओ ने पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर मंदिर में स्थापित नयी और पुरानी मूर्ति को उठवाकर अंचलाधिकारी के गाडी में रखवा दिया। इतने में लोगों का गुस्सा फुट पड़ा और मंदिर समर्थकों ने पुलिस और प्रशासन पर पत्थरों से हमला बोल दिया। जिसके बाद सभी प्रशासनिक और पुलिस की गाड़ियां मूर्ति को लेकर करोड़ी बाजार की तरफ निकल गयी। लोगों को शांत कराने के लिए पुलिस की ओर से करीब एक घंटे तक 50 राउंड हवाई फायरिंग की गयी। फिर भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ और मंदिर समर्थकों ने तीनों तरफ से पत्थरबाजी जारी रखी। जिसमे एसडीओ समेत कई पुलिस कर्मी और पत्रकार घायल हो गए। उग्र समर्थक लोगों ने एसडीओ, सीओ और सिटी डीएसपी के गाडी के सीसे तोड़ दिए। और जबरन गाडी पर रखे बजरंबली की दोनों मूर्तियों को पुनः मंदिर में स्थापित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एसएसपी, डीएम, समेत कई प्रशासनिक पदाधिकारियों और कारीब 200 पुलिस लाइन के जवान मौके पर पहुच गए। और मामले को शांत करवाया।
बाल्टी कारखाना के पास लोगो ने किया सड़क जाम
गुस्साए लोगो ने पुलिस द्वारा मामले को शांत कराये जाने के बाद मंदिर नहीं हटाने की मांग को लेकर अलीगंज रोड पर बाल्टी कारखाना के पास करीब 2 घंटे तक आगजनी कर सड़क जाम कर दिया। और प्रशासन के विरोध में जमकर नारे लगाये। देर शाम मंदिर नहीं हटाये जाने के निर्णय के बाद लोगो ने जाम ख़त्म कर दिया।
और प्रशासन के विरोध में जमकर नारे लगाये
। देर शाम मंदिर नहीं हटाये जाने के निर्णय के बाद लोगो ने जाम ख़त्म कर दिया।