मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अधिकारीयों को बड़ा निर्देश दिया. सभी जिलाें के डीएम के साथ हुई वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़पीड़ित परिवारों को जल्द-से-जल्द छह-छह हजार रुपये की सहायता दे दी जाये. बरतन, कपड़ा व अन्य सहायता के लिए यह राशि सीधे बाढ़पीड़ित परिवारों के बैंक खाते में भेजी जाये. यही नहीं कहा गया है कि बाढ़पीड़ित परिवारों को बकरीद के पहले नकद सहायता राशि जारी की जाएगी.
जिन बाढ़पीड़ित परिवारों का बैंक एकाउंट नहीं है, उनका खाता खुलवा कर उसमें आरटीपीजीएस के जरिये राशि डाली जाये. 1,अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास के नेक संवाद में आयोजित वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार की बाढ़ अभूतपूर्व है. हमने पूरे बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया है.

इसके अलावा जहां नये पंचायत सरकार भवन बनने हैं, वहां पर भी इसका ख्याल रखा जाये. उन्होंने कहा कि बाढ़ की समस्याओं को लेकर कैबिनेट के साथियों के साथ भी विस्तार से चर्चा हुई है. बिहार के संदर्भ में यह कहना मुश्किल है कि कब, कहां, कौन-सी आपदा आ जाये. बिहार आपदा प्रोन राज्य है. हमें हर समय तैयार रहना है. प्रैक्टिल एप्रोच से हमें काम करना होगा. वज्रपात के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि आंध्रप्रदेश में वज्रपात के अनुमान की दिशा में काम किया गया है