अपहरण कर हत्या कर दिये जाने की आशंका
28 दिसंबर की रात को नवगछिया पहुंचा था युवक

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परिजन पहुंचे नवगछिया, अस्पताल और परवत्ता थाने की ली टोह
नवगछिया राजकीय रेल थाना के प्रभारी ने परिजनों के बयान को किया कलम बद्ध

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नवगछिया: असम के कमरुख जिले के गोवाहाटी झालूबारी थाना के बीबीसी कॉलोनी मालेगांव निवासी युवक धर्म वासफोर 32 के नवगछिया से गायब हो जाने का मामला प्रकाश में आया है. परिजनों को युवक के अपहरण व हत्या कर दिये जाने की आशंका है. गुरुवार को नवगछिया पहुंचे युवक के परिजनों ने नवगछिया रेल थाने के पदाधिकारियों को मामले की जानकारी दी है. पुलिस के कहने पर ही परिजनों ने नवगछिया अनुमंलीय अस्पताल और परवत्ता थाना जा कर पूछ ताछ भी की है. नवगछिया रेल पुलिस ने दावा किया है कि 28 दिसंबर को उनके यहां इस तरह की घटना नहीं घटी है. फिर भी वे मामले की छानबीन कर रहे
हैं.

बहन की शादी का कार्ड देने आजमगढ़ गया था युवक

लापता युवक की खोज में नवगछिया पहुंचे युवक के मामा कटिहार के न्यूकॉलोनी निवासी रेल कर्मी हीरालाल वासफोर, बहन शोभा, मां, भाई आदि अन्य परिजनों ने जानकारी देते हुए कहा कि धर्म की बहन शोभा की शादी 31 जनवरी को थी. इसलिए धर्म आजमगढ़ सगे संबंधियों को कार्ड निमंत्रण देने गया था. वह आजमगढ़ के लिए 12 दिसंबर को घर से निकला था. आजमगढ़ में निमंत्रण देने के बाद वह 24 को छपरा जिला के मोझी गांव स्थित अपने ससुराल में ठहरा था. 28 दिसंबर को वह छपरा से कटिहार के लिए रवाना हुआ. इसी दिन उसने बरौनी स्टेशन पर उतर कर आम्रपाली डाउन एक्सप्रेस पर सवार हुआ था. उस वक्त उसने अपने मामा हीरालाल वासफोर को फोन किया कि वह खतरे में हैं और कुछ गुंडे उसके पीछे पड़े हैं. रात्रि 12 बजकर तीस मिनट पर फिर धर्म ने अपने मामल हीरालाल वासफोर को फोन किया कि नवगछिया स्टेशन पर है और उसे पुलिस ने पकड़ लिया है. धर्म के मामला हीरालाल के अनुसार धर्म ने उक्त पुलिस कर्मी से उसकी बात भी करायी. पुलिस कर्मी ने उसे फोन से बताया कि वह धर्म को गरीब नवाज एक्सप्रेस से कटिहार आ रहा है. इसके बाद 12 बजकर 45 मिनट रात्रि को फोन किया तो धर्म का मोबाइल बंद हो गया था जो कि अब तक बंद आ रहा है. परिजनों ने कहा कि धर्म की खोज सारे सगे संबंधियों के यहां कर लिया है. लेकिन उसका कोई अता पता नहीं चल पा रहा है. कुछ तकनीकी जानकार लोगों से पता करवाया तो पता चला कि धर्म के मोबाइल का अंतिम लोकेशन नवगछिया में ही मिल रहा है. परिजनों ने कहा कि उन लोगों को पक्का यकीन है कि धर्म के साथ नवगछिया में ही कुछ न कुछ हुआ है.

28 की रात ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों से की गयी बात चीत

28 की रात नवगछिया जीआरपी के आरक्षी संजय यादव और सिंटू झा व पुलिस पदाधिकारियों ओमप्रकाश सिंह और राजेश पासवान ने कहा कि उस दिन इस तरह की कोई घटना सामने नहीं आयी है. दूसरी तरफ यह बात भी सामने आयी है कि 28 दिसंबर को आम्रपाली डाउन एक्सप्रेस रात को दो बजे आयी है. जबकि परिजनों का कहना है कि रात को 12 बजकर तीस मिनट पर धर्म ने फोन किया कि वह आम्रपाली एक्सप्रेस से नवगछिया उतरा है. धर्म के लापता हो जाने के बाद परिजन शोक संतप्त हैं. धर्म की पत्नी और चार बच्चों का बुरा हाल बताया जा रहा है. परिजनों ने नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल पहुंच कर 28 के रात आपातकालीन मरीजों की सूचि का अवलोकन किया तो पुलिस कर्मियों के कहने पर चार दिन पहले सेतु पथ पर सड़क हादसे में मारे गये अज्ञात शव को भी देखा. लेकिन परिजनों ने उक्त शव का फोटो देखने के बाद कहा कि यह धर्म नहीं है.

कहते हैं थानेदार

नवगछिया जीआरपी थाने के थानेदार अनि भोला प्रसाद महतो ने कहा कि उन लोगों ने फौरी तौर पर छानबीन की तो पता चला है कि 28 दिसंबर की रात को नवगछिया स्टेशन पर इस तरह की घटना नहीं घटी है. फिर भी परिजनों के कहने पर छानबीन की जा रही है.

कहीं प्रीतम हत्याकांड की न हो जाये पुनर्रावृति

चार वर्ष पहले असम के सिल्चर निवासी प्रीतम भट्टचार्य के अपहरण और हत्या की कहानी धर्म वासफोर की कहानी से पूरी तरह से मिलती जुलती है. लोगों को आशंका है कि कहीं उक्त कांड की पुनर्रावृति न हो जाय.