पटना: ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार एकदूसरे की तारीफ़ करने का अवसर ढूंढते रहते हैं। विगत महीनों में विभिन्न मुद्दों को लेकर दोनों नेताओं ने एकदूसरे की तारीफ़ करने का मौका नहीं गंवाया है।
जहाँ एक तरफ नीतीश कुमार ने नोटबंदी पर नरेन्द्र मोदी का समर्थन कर विपक्ष को तितर-बितर कर दिया तो वहीं दूसरी तरफ प्रकाश पर्व के अवसर पर मंच से नीतीश कुमार की तारीफ़ कर पीएम मोदी ने अपनी ही पार्टी को सकते में डाल दिया। अब बिहार ने सड़क निर्माण के क्षेत्र में सभी बीजेपी शासित राज्यों को पीछे छोड़ दिया है।

दरअसल, इस बार केंद्र सरकार की ओर बिहार को सड़क निर्माण के लिए वाह-वाही मिल रही है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत 25 दिसंबर 2000 को हुई थी। इसके तहत देश के सभी ग्रामीण इलाकों में सड़क बनना था। इस योजना के तहत 2016-17 में सबसे ज्यादा सड़क बिहार में बनी है। आपको बता दें कि साल 2016-17 में इस योजना के तहत पूरे देश में 48812 किलोमीटर सड़क बनाने का लक्ष्य रखा गया था। जिसमें से अकेले बिहार में करीब 6540 किलोमीटर सड़क बनी है जो कुल लक्ष्य का 13.4 फीसदी है। वहीं, दूसरे नंबर पर रहे मध्यप्रदेश में 6200 किलोमीटर सड़क बनी है जो कि कुल लक्ष्य का 12.7 फीसदी है।
वहीं, इस योजना के तहत तीसरे नंबर पर ओडिशा है, जहां 6200 किलोमीटर सड़क बनी है। तो पश्चिम बंगाल में 4100 किलोमीटर औऱ यूपी में 3900 किलोमीटर सड़क का निर्माण हुआ है। ऐसे में अगर एमपी को छोड़ दिया जाए तो टॉप फाइव में किसी भी बीजेपी शासित राज्य को इसमें जगह नहीं मिली है। बीजेपी शासित झारखंड में 3000 किलोमीटर, राजस्थान में 3000 किलोमीटर, छत्तीसगढ़ में 2750 किलोमीटर, महाराष्ट्र में 1900 किलोमीटर और आंध्र में 1350 किलोमीटर सड़क 2016-17 में बनी है। दरअसल, इस योजना के तहत देश के सभी ग्रामीण इलाकों में 500 से ज्यादा आबादी वाले मैदानी इलाकों और पहाड़ी इलाकों में 250 से ज्यादा आबादी वाले गांव को सड़क से जोड़ना था।