लोगों में दशहरे को लेकर भ्रम की स्थिति देखी जा रही है। इसको लेकर लोग एक दूसरे से जानकारी भी ले रहे हैं। इसको लेकर लोगों में दो तरह की बातें सुनने को मिल रही है। कुछ लोग जहां 25 अक्टूबर को दशहरा होने के बात कह रहे हैं। वहीं कुछ लोग 26 अक्टूबर को दशहरा होने का दावा कर रहे हैं। इसको लेकर लोगों में व्याप्त भ्रम स्थिति को साफ करते हुए जिला मुख्यालय के नयानगर निवासी ज्योतिर्विद मिहिरकांत झा ने बताया कि विजयादशमी 26 अक्टूबर को होगा।
उन्होंने कहा कि मिथिला पंचांग के अनुसार गुरुवार की मध्य रात्रि ही महानिशा पूजा एवं रात्रि जागरण हो गया। क्योंकि शुक्रवार की दोपहर 12:19 तक ही सप्तमी थी। इसके बाद महाअष्टमी शुरू हो गया। हालांकि जिस तिथि में सूर्याेदय होता है। उस दिन की गणना उसी तिथि में होती है। इस लिहाज से शुक्रवार को सप्तमी पूजा हुई। शनिवार को दिन के 11:37 तक महाअष्टमी रहेगा। इसके बाद महानवमी शुरू हो जाएगा। जो रविवार को दिन के 11:25 बजे तक रहेगा। इसके बाद 11:26 बजे से दशमी शुरू हो जाएगा। 26 अक्टूबर को दिन के 11:43 बजे तक विजयादशमी रहेगा। इस समय के अंदर ही विसर्जन करना चाहिए। इस तरह 26 अक्टूबर को ही विजयादशमी है।
इस प्रकार है इस बार पूजा की तिथि
26 अक्टूबर: विजयादशमी दशहरा: सुबह 11:43 मिनट तक रहेगा।
25 अक्टूबर: महानवमी: सुबह 11:25 बजे तक
24 अक्टूबर: महाअष्टमी व्रत: सुबह 11:37 बजे तक
23: अक्टूबर: सप्तमी दाेपहर 12:19 बजे तक
25 को प्रतिमा विसर्जन का है सरकारी निर्देश
इसको लेकर जिला मुख्यालय स्थित पुरानी दुर्गा मंदिर के सचिव आनंद वर्मा ने कहा कि पंचांग के अनुसार विजयादशमी 26 अक्टूबर को है। लेकिन जिला प्रशासन की ओर से 25 अक्टूबर को ही प्रतिमा विसर्जन करने का आदेश दिया गया है।
सरकारी कैलेंडर में भी 26 को अंकित है विजयादशमी
इसको लेकर डीपीआरओ संतोष कुमार ने कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर सरकारी कार्यालयों में अवकाश नही है। हालांकि बिहार सरकार के कैलेंडर में 25 अक्टूबर को महानवमी एवं 26 को विजयादशमी अंकित किया गया है।